नई दिल्ली, । पिछले साल 26 नवंबर को न्यूयॉर्क-नई दिल्ली की फ्लाइट में नशे में एक यात्री ने एक महिला पर पेशाब कर दिया था। फ्लाइट के राष्ट्रीय राजधानी में उतरने के कुछ ही घंटों बाद चालक दल के एक सदस्य ने घटना की सूचना एयरलाइन के सीईओ कैंपबेल विल्सन सहित शीर्ष अधिकारियों को दे दी थी।
अधिकारियों को पहले ही मिल गया था मेल
एएनआई द्वारा एक्सेस किए गए ई-मेल के अनुसार, एयर इंडिया के केबिन क्रू सुपरवाइजर ने कथित तौर पर 27 नवंबर को दोपहर 1 बजे के आस-पास इनफ्लाइट सर्विस डिपार्टमेंट (आईएफएसडी) के प्रमुख, भारत में बेस ऑपरेशंस, आईएफएसडी के लीड एचआर हेड और आईएफएसडी के उत्तरी क्षेत्र के प्रमुख और कंप्लेंट्स (कस्टमर केयर) को घटना की जानकारी वाला ईमेल भेजा था।
एयर इंडिया ने पहले कहा था कि उन्हें नहीं थी घटना की जानकारी
एयर इंडिया के शीर्ष प्रबंधन ने पहले दावा किया था कि उन्हें उड़ान के उतरने के बाद घटना के बारे में सूचित नहीं किया गया था। इस कारण आरोपी शंकर मिश्रा बिना किसी आशंका या उसके खिलाफ कार्रवाई होने से पहले निकल गया।
चूक की जांच के लिए गठित की कमेटी- एयर इंडिया अध्यक्ष
एयर इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) कैंपबेल विल्सन ने कहा कि फ्लाइट एआई-102 में एक यात्री के कथित तौर पर एक महिला यात्री पर पेशाब करने की जानकारी लैंडिंग के तुरंत बाद एयरलाइंस के अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। एयरलाइन ने अपने चालक दल की चूक की जांच करने और उन कमियों को दूर करने के लिए आंतरिक समिति का गठन किया है। यह कमेटी जांच कर रही है कि इसके क्रू की तरफ से क्या खामी हुई और किस स्थिति के कारण मामले के त्वरित निवारण में देरी हुई।
मेल पर जवाब दिया गया था- ओके नोटेड
ई-मेल में घटना के बारे में “संक्षेप में सारांश” दिया गया था और 3.47 बजे इसका जवाब भी मिला था। जवाबी मेल में लिखा था- ओके, नोटेड यानी ठीक है, नोट किया गया। एएनआई के पास टेलीफोनिक चर्चा के बाद भेजा गया शुरुआती ईमेल है। इसे दोपहर 3.46 बजे भेजा गया था, जिसे प्राप्तकर्ताओं द्वारा पढ़ा गया और इसे एक्नॉलेज यानी स्वीकार भी किया गया था।
महिला के दामाद ने भी किया था उसी शाम को मेल
उसी दिन शाम 7.46 बजे ईमेल के एक विस्तृत सूत्र में ग्राउंड हैंडलिंग विभाग के प्रमुख और ग्राहक सेवा और इनफ्लाइट सेवाओं के प्रमुखों को संबोधित मेल भी शामिल थे। इसके अलावा, कम्युनिकेशन यह भी दर्शाता है कि विल्सन को महिला यात्री के दामाद से एक भी ईमेल मिला था। उसी शाम कस्टमर केयर के प्रमुख को उनके द्वारा प्राप्त मेल पर ध्यान आकर्षित करने के लिए मेल आगे भेज दिया गया था।