- कांग्रेस ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर मंगलवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि कोरोना महामारी के संकट के समय पेट्रोलियम उत्पादों के दाम में कमी करके जनता को राहत दी जाए। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि पेट्रोल-डीजल को माल एवं सेवा (जीएसटी) कर के दायरे में लाया जाए और यह होने तक उत्पाद शुल्क में की गई बढ़ोतरी को वापस लिया जाए।
उन्होंने एक बयान में दावा किया, ”भारत के 130 करोड़ लोग आज कोरोना महामारी से लड़ रहे हैं लेकिन ‘भारतीय जनलूट पार्टी’ (भाजपा) की लूट जारी है। पांच विधानसभाओं के चुनाव ख़त्म होते ही भाजपा सरकार का तेल की लूट का खेल शुरू हो गया है, जिसके अंतर्गत मोदी सरकार ने पिछले आठ दिन में पेट्रोल 1.40 रुपए और डीजल को 1.63 रुपए प्रति लीटर महंगा कर दिया है।”
उन्होंने कहा, ”सच्चाई यह है कि कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमत कांग्रेस के समय से एक चौथाई कम है, लेकिन मोदी सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क को बार-बार बढ़ा कर जनता का तेल निकाल दिया है।”सुरजेवाला के मुताबिक, ”26 मई, 2014 को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता संभाली थी, तब भारत की तेल कंपनियों को कच्चा तेल 108 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल मिल रहा था और उस समय पेट्रोल व डीजल क्रमशः 71.41 और 55.49 रुपये प्रति लीटर में उपलब्ध था।