पणजी, । दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) भी इस बार गोवा विधानसभा चुनाव में अपना दमखम दिखा रही है। विधानसभा चुनाव को लेकर आप ने बाकी दलों से अलग रणनीति अपनाई है। दरअसल, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अपने उम्मीदवारों से एक एफिडेविट साइन करवाया है। केजरीवाल ने उम्मीदवारों से पार्टी के प्रति वफादार रहने और ईमानदारी से काम करने की शपथ दिलाई है।
अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेंस की। इस प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने उम्मीदवारों से एफिडेविट पर साइन कराया। पीसी में केजरीवाल ने कहा, ‘हमारे उम्मीदवारों ने आज एक कानूनी हलफनामे पर हस्ताक्षर किए और पार्टी के प्रति वफादार रहने और निर्वाचित होने पर ईमानदारी से काम करने का संकल्प लिया। हमारे सभी उम्मीदवार ईमानदार हैं, लेकिन मतदाताओं को यह आश्वस्त करने के लिए इस हलफनामे की जरूरत है।’
केजरीवाल ने आगे बताया कि हमारे उम्मीदवार अपनी-अपनी विधानसभा के लोगों को इसकी फोटोकापी भेजेंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी के टिकट से नेता चुनाव लड़ते है और फिर जीतने के बाद पार्टी बदल लेते हैं। ये मतदाताओं के साथ धोखा है। इसलिए हम आज एक शपथ पत्र साइन कर रहे हैं, जिसमें ये कहा गया है कि हम जीतने के बाद किसी दूसरी पार्टी में नहीं जाएंगे। इस शपथ पत्र की कापी जनता तक भी पहुंचाई जाएगी। इसमें ये भी लिखा होगा कि अगर जीतने के बाद हम अपनी पार्टी बदलें और काम न करें तो आप हम पर केस कर सकते हैं।