चहनियां। मानव जीवन पूर्ण रूप से स्वस्थ तभी होगा जब कदम-कदम पर पौधे लगेंगे। पौधरोपण जीवन के लिए बेहद जरूरी है। आक्सीजन देने वाले पौधों की महत्ता को दरकिनार नहीं किया जा सकता। हमें मुफ्त में आक्सीजन पेड़.पौधे ही देते हैं। बढ़ती जनसंख्या और घटते पेड़-पौधे मानव जीवन के अस्तित्व पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। उक्त बातें महुअरकला स्थित पंडित रामाधार जे नालेज सीटी में शनिवार की देर शाम को पौधरोपण के बाद आयोजित पर्यावरण संरक्षण गोष्ठी में विद्यालय प्रबन्धक संघ के जिलाध्यक्ष आशीष विद्यार्थी ने कही। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संतुलन से ही मानव सुरक्षित व खुशहाल रहेगा। आक्सीजन तो हम बिना किसी रूकावट के लेते हैं तो फिर पौधरोपण के प्रति उदासीनता क्यों, सुखद स्वास्थ में जब बाधा आती है तो शरीर को दिक्कत महसूस होने लगती है। मौजूदा आबादी को भरपूर आक्सीजन देने के लिए पेड़पौधों की संख्या नाकाफी साबित हो रही है। यदि समय रहते हम न चेते तो बहुत देर हो जाएगी। इस असंतुलन से ही पर्यावरण प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है। मानव भाग-दौड़ की आपाधापी में पेड़-पौधों की महत्ता को ऐसे भूला देता जैसे उसके जीवन में पेड़-पौधों का कोई महत्व ही नहीं है। इस दौरान मुख्य रूप से बजारी सिंह, कुमार रवि, सुधीन्द्र पांडेय, संजीत सिंह, डाक्टर शिवप्रकाश सिंह, आनन्द तिवारी सोनू, दुर्गेश पांडेय, अमित पांडेय, अश्वनी विश्वकर्मा, राजेश कुश्वाहा, परमात्मा वर्मा, डा० डी सी पांडेयए विनोद चौधरी सहित कई विद्यालयों के प्रबन्धक उपस्थित रहे।