पड़ाव। क्षेत्र के रतनपुर निवासी मेवा लाल का घर बाढ़ कि पानी में पूर्ण रूप से डूबा गया है जिसके कारण पीडि़त परिवार खाली पड़े रेलवे ट्रैक पर झाड़ और झंखाड़ के बीच में आशियाना बनाकर रहने को मजबूर है। जहां पर मेवालाल दिव्यांग 60 वर्ष अपनी पत्नी आशा देवी 55 वर्ष 3 पुत्र गोपाल 30 वर्ष, प्रकाश 19 वर्ष, संजय 17 वर्ष और पशुओं सहित रहने को मजबूर हैं मौके पर पहुंचे संबंधित विभाग के अधिकारी वहां से जाने का आग्रह किया। परिवार के ना मानने पर पुलिस की सहायता ली। मौके पर पहुंचे जलीलपुर के चौकी इंचार्ज दिलीप कुमार श्रीवास्तव ने बाढ़ पीडि़त परिवार को उक्त जगह से हटने के लिए कहा तो प्रभावित परिवारों के अनुसार जाएं तो कहां जाएं जबकि संबंधित विभाग के अधिकारी और कर्मचारी गणों ने कोई व्यवस्था नहीं किए थे। चौकी इंचार्ज दिलीप कुमार श्रीवास्तव ने उच्चाधिकारियों से जब बात किया तब जाकर प्रभावित परिवार अपने रिश्तेदार के यहां जाने को तैयार हुए जबकि देर शाम को लगभग रात्रि 8 बजे तहसीलदार कानूनगो और लेखपाल मौके पर जाकर निरीक्षण भी किए उसके बावजूद बाढ़ चौकी को खुलवाने की जहमत नहीं उठाई। वही अन्य लोगों में बाढ़ को लेकर दहशत व्याप्त है।
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