करनाल। सीएमआर का काम करने वाले कुछ राइस मिलरों ने तय समय में सरकारी चावल नहीं लौटाया। तीन हैफेड और एक खाद्य आपूर्ति विभाग के राइस मिल ने सरकार को करीब 18 करोड़ रुपये का फटका दिया है। इस गड़बड़झाले में विभागीय निरीक्षकों की संदिग्ध भूमिका को भी नकारा नहीं जा सकता। मिल संचालकों और उनके गांरटरों के खिलाफ केस दर्ज करा दिया है।
सरकारी चावल की हेराफेरी के मामले में चार मिल संचालकों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इन मिल संचालकों ने तय समय में सरकारी चावल नहीं लौटाया जिससे सरकार को करीब 18 करोड़ रुपये का चूना लग गया। इनमें से एक मिल तो पहले से ही डिफॉल्टर थी लेकिन फिर भी उसे धान आवंटित कर दिया गया। इस मामले में विभागीय निरीक्षकों की भूमिका भी संदिग्ध है।
इनमें ये डिफॉल्टर मिल भी शामिल
हैफेड डीएम अमित कुमार के अनुसार तीन राइस मिलों ने तय समय सीमा में सरकारी चावल नहीं लौटाया है। उन पर केस दर्ज कराया गया है। इनमें पहले से ही डिफॉल्टर रामा इंडस्ट्रीज मिल (Rama Industries Mill) भी शामिल है। जिसको हैफेड मैनेजर विनोद ने पूर्व में डिफॉल्टर होते हुए भी गत वर्ष धान अलॉट कर दी और अबकी बार फिर से रामा इंडस्ट्रीज ने करोड़ों का चावल नहीं लौटाया।
इन मिल संचालकों पर दर्ज किया गया केस
- सोहना रोड फुसगढ़ स्थित हैफेड के रामा इंडस्ट्रीज के संचालकों द्वारा सरकार का 33075233 रुपये का डकार लिया। जिसके चलते हैफेड की ओर से मिल संचालक दयाल सिंह कालोनी करनाल निवासी राजेश मुंजाल, राज मुंजाल, रविंद्र मुंजाल व गारंटर असंध वार्ड सात निवासी देवी प्रसन्न गुप्ता, सदाराम पाला राम कमीशन एजेंट इंद्री के अशोक कुमार के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
- हैफेड के जुंडला स्थित सूर्या राइस मिल (Surya Rice Mill) ने सरकार का 12675850 रुपये का सरकारी चावल नहीं लौटाया। जिसके चलते मिल संचालक जुंडला निवासी दिनेश लुंबा, निर्मल लुंबा व गारंटर शिव मंदिर जुंडला निवासी ज्ञान चंद, मेन बाजार जुंडला के मंजीत सिंह व जुंडला मंडी में कमीशन एजेंट कर्मबीर सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
- हैफेड के बजाज राइस मिल घरौंडा (Bajaj Rice Mill Gharaunda) ने सरकार का 26653704 रुपये के चावल की रिकवरी नहीं दी। जिस कारण विभाग की ओर से मिल संचालक बजाज कालोनी करनाल निवासी मोहित कुमार, वेद प्रकाश व गारंटर हैप्पी ट्रेडिंग कंपनी घरौडा के महिंद्र कुमार के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है।
- खाद्य आपूर्ति विभाग के पिंगली रोड स्थित सरस्वती एग्रो फूड द्वारा तय समय में सरकार का 103498988 रुपये का चावल नहीं लौटाया। जिसके चलते मिल मालिक ओल्ड हाउसिंग बोर्ड कालोनी निवासी विपिन गुप्ता, रुचि गुप्ता व गारंटर रमेश नगर करनाल निवासी अनिल कुमार, गांव फफडना निवासी सुशील कुमार पर केस दर्ज कराया गया है।