कोलकाता। आरजी कर अस्पताल के कुछ जूनियर डॉक्टरों ने शिकायत की है कि अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के कार्यकाल में निम्न गुणवत्ता की दवाएं मंगाई जाती थीं और इसके जरिए करोड़ों रुपये की अवैध कमाई की गई है। डॉक्टरों की शिकायत है कि निम्न गुणवत्ता की एंटीबायोटिक दवाएं काम न करने की वजह से कई मरीजों की मौत हो गई है।
संदीप घोष से इसकी शिकायत करने पर वे परीक्षा में फेल करने की धमकी देते थे और यहां तक कि फोन पर उन्हें मुंह खोलने पर जान से मारने की भी धमकी मिलती थी। जूनियर चिकित्सकों ने स्वास्थ्य विभाग से इसकी शिकायत की थी। हालांकि स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम का कहना है कि जब भी इस तरह की शिकायतें मिली हैं तो संबंधित दवाओं की जांच कराई गई है। लेकिन कोई गलत रिपोर्ट नहीं मिली है।