देश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण और टीकाकरण अभियान के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश में ”टीका उत्सव” की शुरुआत की तो राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने इस पर तीखा कमेंट किया। अपने ट्वीटर हैंडल से कहा कि प्रधानमंत्री मातम का कौन सा उत्सव। देश में लोग मर रहे हैं, अस्पताल में बेड की कमी है। वैक्सीन राज्यों को नहीं मिल रहा। केंद्र से कोई सहयोग नहीं मिल रहा। मौत और मातम के बीच उत्सव कैसे मनाया जा सकता है। बंद कीजिए मौत पर राजनीति। आपदा में अवसर खोजना बंद कीजिए मोदी जी।
बन्ना गुप्ता मधुपुर विधानसभा उप चुनाव के लिए गठबंधन के उम्मीदवार के प्रचार के लिए निकलने वाले थे मगर कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए उन्होंने अपनी यात्रा स्थगित कर दी। ट्वीटर पर लिखा कि राज्य में कोरोना के बढ़ते केसों के कारण मेरा दायित्व है कि राज्य की जता की रक्षा और सुरक्षा के लिए अपनी सेवा दूं। इसलिए मधुपुर चुनावी दौरा को स्थगित कर रहा हूं। इसके पहले उन्होंने दवा और वैक्सीन की कमी को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन से फोन पर बात की थी। दवा उपलब्ध कराने का आग्रह किया। राज्य में टीकाकरण के बारे में उन्हें जानकारी दी। उपलब्धता की कमी के बारे में बताया। बताया कि राज्य में फैवीपिरावीर और रेमडेसिविर की भारी कमी है जिससे कोरोना मरीजों के इलाज में दिक्कत आ रही है।
बता दें कि झारखंड में रविवार को कोरोना के 2296 नये मामले सामने आये इसमें सिर्फ रांची में 1078 नये मरीज सामने आये हैं। आंकड़ा तेजी से लगातार बढ़ रहा है। अस्पतालों में मरीजों के लिए जगह नहीं है। संकट को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने निजी अस्पतालों को 25 प्रतिशत बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित करने का निर्देश दिया है। यह भी कहा है कि परेशानी ब़ढ़ी तो निजी अस्पतालों को सरकार टेकओवर करेगी। यहां सुविधा के अभाव में जांच की रफ्तार प्रभावित है। करीब 29 हजार सैंपल बैकलॉग में हैं। यह देखते हुए आरटीपीसीआर जांच कराने के लिए करीब छह हजार सैंपल भुवनेश्वर भेजे गये हैं। हाई कोर्ट कर्मियों के सैंपल की रिपोर्ट आने में विलंब पर अदालत गहरी नाराजगी जहिर कर चुका है।