पटना

पटना में शराब कारोबारियों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला, दरोगा समेत दो सिपाही घायल


      • एक रायफल लूट कर हुए फरार
      • पुलिस रायफल बरामदगी को पहुंची रैपिड एक्शन फ़ोर्स, गांव को घेर कर हो रही छापेमारी
      • टडवां सलारपुर पुलिस छावनी में तब्दील
      • ग्रामीणों ने पुलिस पर पिटाई का लगाया आरोप

फुलवारी शरीफ। राजधानी पटना में देशी शराब कारोबारियों को धड़ पकड़ करने परसा बाजार के टडवां मुसहरी पहुँची परसा बाजार थाना की पुलिस पर धंधेबाजो ने हमला कर पुलिस वालों को पीट-पीट जख्मी करते हुए पुलिस की रायफल लूट ली। पुलिस वाहन पर पथराव कर तोड़फोड़ करते हुए पुलिस कर्मियों को जमकर पिटाई करने लगे। इस हमले में कई पुलिसकर्मियों ने भागकर अपनी जान बचाई। वहीँ शराबियों और धंधेबाजों के हमले में एक दरोगा और दो सिपाही बुरी तरह जख्मी हो गए। जिनका इलाज निजी हॉस्पिटल में चल रहा है।

पुलिस पर हमला और रायफल लूट कर फरार हो जाने की घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मुख्यालय में हड़कम्प मच गया। रैपिड एक्शन फ़ोर्स के साथ सदर एएसपी ट्रेनी डीएसपी सह थानाध्यक्ष परसा बाजार पुनपुन थानाध्यक्ष रामकृष्णा नगर बेऊर सहित आसपास के कई थानों की पुलिस, बीएमपी सहित भारी पुलिस फोर्स टड़वा सलारपुर मुसहरी पहुंचा और पूरे गांव को घेरकर छापेमारी शुरू कर दी। इधर गांव में भारी पुलिस फ़ोर्स को आता देख सभी पुरूष भाग गये। रात्रि में ही पुलिस फोर्स ने छापेमारी शुरू कर दी।

इस दौरान कई महिलाओं समेत ग्रामीणों ने छापा के नाम पर लोगो को पिटाई का आरोप भी लगाया है। टडवां सलारपुर मुसहरी का पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। पुलिस टीम पुलिस रायफल बरामद करने के लिये चप्पे-चप्पे को खंगालने में जुटी। परसा बाजार थाना पुलिस पर यह हमला सोमवार की रात्रि हुआ जब इलाके में भारी बारिश हो रही थी। रात भर कई थानो की पुलिस को लेकर सदर एएसपी छापेमारी करते रहे लेकिन पुलिस रायफल की बरामदगी नही हो पाई। वहीँ घायलों में परसा बाजार थाना के एएसआई विजय मांझी और दो अन्य सिपाही का इलाज कराया जा रहा है।

सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी दल बल के साथ टडवा गांव पहुंचे। पुलिस की छीनी गई राइफल के बरामदगी के लिए पुलिस ने गांव को चारों तरफ से घेर कर छापेमारी शुरू कर दी। टड़वा गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। वही लोगों ने बताया कि पुलिस लगातार छापेमारी के नाम पर पैसा वसूलती है। सोमवार की देर रात पुलिस शराब कारोबारियों से पैसा वसूलने आई थी। पैसा नहीं देने के बाद पुलिस कई लोगों के घर में घुस गई और महिलाओं के साथ बदतमीजी करने लगी। पुलिस की ज्यादतियों को काफी दिनों से झेल रहे शराब कारोबारी के परिवार वाले का सब्र टूट गया। इसी से आक्रोशित लोगों ने पुलिस के साथ पथराव शुरू कर दिया।

कई ग्रामीणों ने नाम नही छापने की शर्त पर बताया कि पुलिस को पैसे देकर ही अवैध रूप से देशी शराब चुलाने और बेचने का कारोबार फल फूल रहा है, यह बात किसी से छिपी नही है। लगभग अधिकांश थाना इलाके में जितने भी मुसहरी है वहां पुलिस की मिलीभगत से शराब का धंधा बेरोकटोक जारी है। जब शराब कारोबारी पुलिस को एकमुश्त तय रकम देने में कमी करने लगते हैं तब पुलिस वाले वहशी होकर घरों में लूटपाट भी मचाते है। इतना ही नही पुलिस शराब कारोबारी के घरों की महिलाओ से बदतमीजी पर उतर जाते हैं।

उधर पुलिस रायफल लेकर भगा राजेंद्र मांझी के घर पहुंची पुलिस ने उसकी पत्नी को हिरासत में लेकर घंटो पूछताछ की लेकिन उसने पति के बारे में कोई जानकारी होने से इनकार कर दी।