प्रतापगढ़। राजघरानों के इर्द-गिर्द घूमने वाली प्रतापगढ़ लोकसभा सीट का चुनावी मिजाज अब बदल चुका है। पिछले दो चुनाव से जनता ने ऐसे सांसद यहां से दिए हैं, जो जमीन से उठे हैं। अब फिर 18 लाख भाग्यविधाता को अपना सांसद चुनना है। 25 मई को मतदान होगा, मगर उसे पहले एक-एक दिन वोटरों को उम्मीदवारों को अपनी कसौटी पर कसना होगा। ऐसे में सभी दलों के बीच रोमांचक मुकाबला होगा।
प्रतापगढ़ लोकसभा सीट के आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले चार चुनाव में 2004 में सपा प्रत्याशी अक्षय प्रताप सिंह गोपाल जी, 2009 में कांग्रेस की राजकुमारी रत्ना सिंह, 2014 में अपना दल (एस) के कुंवर हरिवंश सिंह और 2019 में भाजपा के संगम लाल गुप्ता के सिर पर ताज सजा। 2019 के चुनाव में प्रतापगढ़ लोकसभा में कुल मतदान 53.56 प्रतिशत हुआ था। भाजपा प्रत्याशी को अधिकतम 47.7 मतदाताओं का आशीर्वाद मिला।
2014 के चुनाव में कुल मतदान प्रतिशत 52.12 रहा। अपना दल (एस) के प्रत्याशी को 42.01 प्रतिशत मिलने पर सफलता अर्जित हुई थी। 2009 में कुल मतदान 44.66 प्रतिशत रहा था। कांग्रेस उम्मीदवार को 26.39 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे। 2004 के चुनाव में 43.00 प्रतिशत वोटरों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सपा प्रत्याशी को 25 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए थे। तब जाकर उन्होंने देश के सबसे बड़ी पंचायत में लोगों के मुद्दाें को उठाया था। लोकसभा में विकास कार्य हुए थे।
चारों तरफ घूमा राजनीति का पहिया
पिछले चार लोकसभा चुनाव में सपा, कांग्रेस, अपना दल (एस) और भाजपा को एक-एक बार किंग मेकर बनने का मौका मिला है। हर चुनाव में उन्हें टक्कर देने वाले दल में बसपा, कांग्रेस और सपा खड़ी रही है। जनसत्ता दल लोकतांत्रिक भी मजबूती से उभरकर आइ है। ऐसे में इस बार के चुनाव में भी भाजपा, सपा (आइएनडीआइए), बसपा और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के बीच चुनावी घमासान होगा। बसपा और जनसत्ता के प्रत्याशी के नाम की घोषणा संग प्रतापगढ़ लोकसभा का चुनाव अपने चरम पर पहुंच जाएगा।
कितने प्रतिशत वोट मिले
2019 लोकसभा
कुल मतदान : 53.56 प्रतिशत
भाजपा : 47.7 प्रतिशत
बसपा : 34.83 प्रतिशत
कांग्रेस : 8.43 प्रतिशत
जनसत्ता दल : 5.13 प्रतिशत
नोटा : 1.33 प्रतिशत
2014 लोकसभा
कुल मतदान : 52.12 प्रतिशत
अपना दल (एस) : 42.01 प्रतिशत
बसपा : 23.20 प्रतिशत
कांग्रेस : 15.50 प्रतिशत
सपा : 13.43 प्रतिशत
नोटा : 1.02 प्रतिशत
2009 लोकसभा
कुल मतदान : 44.66 प्रतिशत
कांग्रेस : 26.39 प्रतिशत
बसपा : 21.74 प्रतिशत
सपा : 18.92 प्रतिशत
अपना दल : 16.88 प्रतिशत
भाजपा : 7.11 प्रतिशत