- कोरोना संकट (Corona Crisis) के बीच देश इस वक्त वैक्सीन की भारी कमी झेल रहा है. कुछ राज्यों में 18-45 साल तक के लोगों के लिए वैक्सीनेशन बंद कर दी गई है. ऐसे में मॉर्डना (Moderna) और फाइजर (Pfizer) जैसी वैक्सीनों को नई उम्मीद के तौर पर देखा जा रहा था. लेकिन अब लगता है कि भारत को इसके लिए लंबा इंतजार करना पड़ेगा.
दरअसल बताया जा रहा है कि भारत से पहले ऐसे कई देश हैं जिनके फाइजर और मॉर्डना के कन्फर्म ऑर्डर हैं और वो भी वेटिंग में हैं. मॉर्डना और फाइजर बनाने वाली कंपनियों ने इन देशों को 2023 तक वैक्सीन की आपूर्ति का वादा किया है. ऐसे में भारत को इन वैक्सीन के लिए लंबा इंतजार करना पड़ेगा.
सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से भी इस बात को स्वीकार कर लिया गया है. जॉइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने बताया कि फाइजर और मॉर्डना के लिए हम केंद्रीय स्तर पर बात कर रहे थे. लेकिन ज्यादातर समय उनके ऑर्डर फुल ही रहते हैं. अब ये उनके सरप्लस पर निर्भर करता है कि वो इंडिया को कितनी डोज दे सकते हैं. उन्होंने कहा, वो भारत के पास वापस आएंगे और उनके डोज राज्यों को दिए जाएंगे.
केंद्र की तरफ से ये बयान ऐसे समय मे सामने आया है जब हाल ही में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ‘ हमने मॉडर्ना और फाइजर से बात की थी वैक्सीन के डोज को लेकर, लेकिन वो कहते हैं कि हम आपको वैक्सीन नहीं देंगे, हम केंद्र सरकार से बात करेंगे’. सीएम ने कहा हम पहले ही काफी समय गंवा चुके हैं, मेरी केंद्र सरकार से अपील है कि केंद्र सरकार इनसे बात करके वैक्सीन आयात करें और राज्यों में बांटे.
वैक्सीन की तीसरी डोज
वहीं दूसरी ओर कोरोना से लड़ाई में भविष्य के हथियार के तौर पर कारगर वैक्सीन की तीसरी डोज भी जल्द आने वाली है. भारतबायोटेक की ओर से देश में बूस्टर डोज की तैयारी शुरु हो गई है. इसके लिए एम्स नई दिल्ली में सोमवार से ट्रायल शुरु हो गया है. इसके अलावा 8 और साइट्स हैं जहां उन लोगों को तीसरी डोज दी जाएगी जिन्होंने पहले की दो डोज ले रखी हैं, जिसका परिणाम 6 महीने में मिलेगा.