- हैदराबाद: बीते दिनों वैक्सीन निर्माण (Vaccine Production) की दिशा में एक बेहद ही सकारात्मक खबर आई कि भारत बायोटेक (Bharat Biotech) के अलावा दूसरी कंपनियां भी स्वदेशी वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ (Covaxin) का निर्माण करने लगेंगी. अगर ऐसा होता है तो भारत की क्षमता में इजाफा होगा और वैक्सीन की कमी दूर होगी लेकिन अब विशेषज्ञों ने जो कहा है उससे फिलहाल इन प्रयासों पर पानी फिरता दिख रहा है.
भारत में कोवैक्सीन बनाने लायक और कंपनियां ही नहीं?
दरअसल वैक्सीन निर्माता कंपनी भारत बायोटेक (Bharat Biotech) कोवैक्सिन ‘फॉर्मूला’ (Covaxin Forlmula) शेयर करने को तैयार हो गई. इसके बाद नीति आयोग ने इच्छुक वैक्सीन निर्माताओं को आगे आने के लिए आमंत्रित किया लेकिन देश में बहुत कम ही कंपनी डेड वायरस वैक्सीन बनाने के लिए Equipped पाई गईं.
आसान नहीं कोवैक्सीन का फॉर्मूला
बायोकॉन की संस्थापक चेयरपर्सन किरण मजूमदार-शॉ ने भी इस बाबत ट्वीट किया, ‘वैक्सीन मेकर्स की कमी को दूर करने की मंशा से कोवैक्सिन का उत्पादन करने के लिए अन्य निर्माताओं को आमंत्रित किया- यह देखने के लिए कि कितनी कंपनियां इसके लिए तैयार हैं लेकिन वास्तव में कोई भी लाइव वायरस से निपटना या इसके साथ काम करना नहीं चाहता है. बाकी दुनिया में, कोई भी ऐसा करने की हिम्मत नहीं करेगा, इसलिए ज्यादातर निर्माता प्रोटीन आधारित टीकों का विकल्प चुनते हैं. महामारी के संदर्भ में, वैक्सीन विकसित करने का सबसे तेज तरीका लाइव वायरस को लेना और उसे निष्क्रिय करना है.’