बलिया के लोगों के लिए इस बेहद गौरवशाली दिन पर पहली बार मुख्यमंत्री स्वयं मौजूद रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलिया बलिदान दिवस पर पुलिस लाइन में आयोजित सभा में कहा कि पूरा देश उत्साह व उमंग के साथ आजादी का अमृत महोत्सव वर्ष मना रहा है, इस अवसर पर मुझे स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े हुए ऐतिहासिक बलिया बलिदान दिवस के अवसर पर बलिया आने का अवसर प्राप्त हुआ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलिया बलिदान दिवस पर पुलिस लाइन में आयोजित सभा में कहा कि बलिया में जिला कारागार को शहर के बाहर शिफ्ट किया जाएगा। सरकार ने समाज के हर वर्ग को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया है। 200 करोड़ वैक्सीन की डोज हम मुफ्त में उपलब्ध कराने में सफल हुए हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व में हम नए भारत का निर्माण करने के लिए अग्रसर हैं।
बाहर शिफ्ट किया जाएगा जिला कारागार
बलिया में जिला कारागार को बाहर शिफ्ट किया जाएगा। यहां पर बलिदानियों का स्मारक बनाया जाएगा। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण हो रहा है। तीन घण्टे में बलिया से लखनऊ की कनेक्टिविटी होगी। बस स्टेशन आधुनिक बनेगा। इलेक्ट्रिक बस चलाया जाएगा। बजट की कोई कमी नहीं होगी। बलिया को आगे बढ़ने के दिशा में काम किया जाएगा। हमारे पास अपना अभिलेख होगा।
लोकतंत्र को कुचलने की कोशिश
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद कुछ लोगों ने लोकतंत्र को कुचलने की कोशिश की। जेपी ने उस दौरान मोर्चा लिया था। चंद्रशेखर जी का भी अहम योगदान रहा। जनता पार्टी ने उस समय जो काम किया था, वह अविस्मरणीय है। बलिया गंगा और सरयू के स्थल पर बसा है।
बलिया का अपना इतिहास
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि क्रांतिकारियों की धरती को कोटि कोटि नमन है। बलिया का अपना इतिहास है। बलिया के लिए शासन का कोई महत्व नहीं होता। आजादी के बाद देश के विकास के लिए अनुशासन बलिया ने दिखाया है। यह ऋषि मुनियों की धरती है। पांच साल से मेडिकल कालेज के जमीन मांग रहा हूं लेकिन मिल नहीं रही है। तीन साल पहले भी यह काम हो जाना चाहिए था। मुख्य सचिव को आज इसी काम के लिए साथ लेकर आया हूं। आज मेडिकल कालेज की सौगात देकर जाऊंगा।
मंगल पांडेय की धरती पर आकर अभिभूत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मंगल पांडेय की धरती पर आकर मैं अभिभूत हूं। वह लड़ाई अभी तक चल रही है। क्रांतिकारी के मन में यहां के लोगों में श्रद्धा का भाव है। महात्मा गांधी ने जब भारत छोड़ो का आह्वान किया था, आज उस स्मृति को ताजा करने के लिए हम एकत्र हुए हैं। हमें प्रेरणा मिलती है। 1942 में बलिया ने स्वतंत्र राष्ट्र घोषित कर दिया है। डीएम और एसपी नियुक्त कर दिए थे। कुदाल -फावड़ा लेकर जिला कारागार पर हमला बोल दिया था। क्रांतिकारियों को छुड़ा लिया था और चित्तू पाण्डेय के नेतृत्व में अस्थायी सरकार का गठन भी कर लिया है। बाद में ब्रिटिश हुकूमत ने 84 क्रांतिकारियों को गोलियों से भून दिया गया था। यह बलिदान और त्याग बलिया की नई पहचान देता है।
आगे बढ़ा दिया गया आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम को आगे बढ़ा दिया गया है। पीएम मोदी ने पांच संकल्प देश को दिलाए थे। भारत को महाशक्ति बनाने के लिए पांचों संकल्प को आत्मसात करना होगा। कोरोना की महामारी के नियंत्रण में भारत मजबूती के साथ डटा रहा वहीं दुनिया के कई देश पस्त हो गए थे। सरकार ने हर वर्ग को योजनाओं का लाभ दिया है। 200 करोड़ वैक्सीन की डोज हम मुफ्त में उपलब्ध कराने में सफल हुए हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व में हम नए भारत का निर्माण करने के लिए अग्रसर है।