पटना। राज्य के सरकारी विद्यालयों के संचालन अवधि में बदलाव के साथ निरीक्षण अभियान में भी सख्ती बढ़ा दी गई है। निरीक्षी अधिकारियों द्वारा सुबह छह बजे से ही विद्यालयों में निरीक्षण किया जा रहा है।
इस क्रम में विभिन्न विद्यालयों में गैरहाजिर पाए गये 532 शिक्षकों के वेतन काटने का आदेश दिया गया है। ये सभी शिक्षक विशेष कक्षाओं से गायब पाये गये थे। उसकी रिपोर्ट शिक्षा विभाग के माॅनीटरिंग सेल ने पोर्टल पर जारी की है। संबंधित शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटा गया है।
शिक्षा विभाग ने विद्यालयों में निरीक्षण के दौरान छात्र-छात्राओं की उपस्थिति की भी जांच करने का निर्देश निरीक्षी अधिकारियों को दिया है।
वहीं विभाग ने प्रधानाध्यापकों को आदेश दिया है कि कक्षाओं में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति 90 प्रतिशत तक सुनिश्चित करें।
साथ ही विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति बनाए रखने को कहा है। विभाग ने यह निर्देश गायब पाये जा रहे शिक्षकों की वजह से दिया है। शिक्षकों की उपस्थिति रिपोर्ट प्रत्येक दिन शिक्षा विभाग को उपलब्ध कराने का कहा गया है।
इतने शिक्षकों का काटा गया है वेतन
- अररिया के 16
- अरवल के 2
- औरंगाबाद के 17
- बांका के 13
- बेगूसराय के 5
- भागलपुर के 17
- भोजपुर के 20
- बक्सर के 14
- दरभंगा के 10
- पूर्वी चंपारण के 15
- गया के 13
- गोपालगंज के 9
- जमुई के 6
- जहानाबाद के 12
- खगड़िया के 11
- किशनगंज के 7
- कैमूर 20
- कटिहार के 12
- लखीसराय के 2
- मधुबनी के 9
- मुंगेर के 5
- मधेपुरा के 14
- मुजफ्फरपुर के 22
- नालंदा के 45
- नवादा के 15
- पटना के 37
- पूर्णिया के 4
- रोहतास के 38
- सहरसा के 12
- समस्तीपुर के 18
- शिवहर के 4
- शेखपुरा के 8
- सारण के 11
- सीतामढ़ी के 9
- सुपौल के 23
- सीवान के 16
- वैशाली के 9
- पश्चिमी चंपारण के 18 शिक्षक शामिल हैं।