भोपाल,। कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्य प्रदेश इकाई के प्रमुख कमलनाथ ने कहा है कि विधानसभा चुनाव कुछ ही महीने दूर है। जनता का जनादेश अगले मुख्यमंत्री का फैसला करेगा। उनकी टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर उनकी पार्टी के कुछ सहयोगियों के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है।
‘अब सभी जानते हैं कि कमलनाथ कैसे काम करते हैं’
कमलनाथ ने मंदसौर जिले में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने मई 2018 में मध्य प्रदेश कांग्रेस की कमान संभाली थी। उस समय ज्यादातर लोग नहीं जानते थे कि वह कैसे काम करते हैं, लेकिन अब स्थिति पूरी तरह से बदल गई है। ऐसा मेरी 15 महीने की सरकार के कारण है, जिसके दौरान मैंने मध्य प्रदेश के लोगों के लिए दृढ़ संकल्प के साथ काम किया। अब सभी जानते हैं कि कमलनाथ कैसे काम करते हैं।
‘जनता तय करेगी, कौन बनेगा मुख्यमंत्री’
पूर्व सीएम ने कहा कि यह लोगों पर निर्भर है कि वे किसे अपना अगला मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा,
कांग्रेस के नेताओं ने जो कहा है, मैंने सुना है, लेकिन चुनाव अभी पांच महीने दूर हैं और जनता के जनादेश से यह स्पष्ट हो जाएगा कि अगला सीएम कौन होगा। आगामी विधानसभा चुनाव के टिकट स्थानीय नेताओं के परामर्श से तय किए जाएंगे।
टिकट बंटवारे में स्थानीय नेताओं की होगी अधिक भागीदारी
जिला स्तर के पार्टी कार्यकर्ताओं को टिकट दिए जाने के सवाल पर कमलनाथ ने कहा, ‘हम जो भी फैसला करेंगे, उसमें पार्टी के स्थानीय नेताओं की अधिक भागीदारी होगी। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ने अपने ‘वचन पत्र’ (चुनाव घोषणापत्र) में कई योजनाओं को शामिल किया है। हालांकि, बेरोजगारी के ग्राफ को कम करना और किसानों के मुद्दे प्राथमिकता में होंगे।
शिवराज सिंह चौहान पर साधा निशाना
कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर भी हमला बोला और उन पर मध्य प्रदेश को चौपट राज्य बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘
भाजपा सरकार ने ‘महाकाल लोक’ तक को नहीं छोड़ा और वे परियोजना में भारी भ्रष्टाचार करने के लिए बेनकाब हो गए। सीएम शिवराज ने पिछले 18 सालों में इस राज्य को पूरी तरह से ‘चौपट’ बना दिया है। वह फर्जी घोषणाएं कर एक बार फिर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन लोग अब भाजपा सरकार से तंग आ चुके हैं।
सीएम फेस को लेकर कांग्रेस के दो नेताओं के बीच जुबानी जंग
दरअसल, सीएम फेस को लेकर कांग्रेस के दो नेताओं में बीते दिनों जुबानी जंग देखने को मिली। विधानसभा में विपक्ष के नेता गोविंद सिंह और कमलनाथ के वफादार माने जाने वाले सज्जन सिंह वर्मा आपस में ही भिड़ गए। गोविंद सिंह ने कहा कि सीएम कौन होगा, यह फैसला चुनाव बाद विधायक दल की बैठक में होगा। वहीं, वर्मा ने कहा कि पार्टी के नेता और लोग कमलनाथ को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं।