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मध्य प्रदेश में जहां से निकली भारत जोड़ो यात्रा; वहीं कमजोर हुई कांग्रेस, भाजपा छोड़कर आए नेता भी पार नहीं लगा पाए नैया


इंदौर। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव परिणाम के लिहाज से देखें तो कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश में जिन क्षेत्रों से गुजरी, वहां पार्टी कमजोर दिखी है। उसको नुकसान ही हुआ।

यात्रा मार्ग की बहुत-सी सीटों पर पिछले चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। कुछ सीटें तो कांग्रेस की गढ़ कही जाती थीं, लेकिन इस बार सब पर हार मिली। बता दें कि भारत जोड़ो यात्रा बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, इंदौर, उज्जैन और आगर-मालवा जिले के विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरी थी।

यात्रा के दौरान राहुल के साथ कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी वाड्रा, उनके पति राबर्ट वाड्रा, ख्यात मुक्केबाज विजेंद्र सिंह, अभिनेत्री स्वरा भास्कर सहित कई ख्यात हस्तियों ने भी कदमताल की थी।

बुरहानपुर से शुरू हुई थी राहुल की यात्रा

राहुल की मध्य प्रदेश में यात्रा बुरहानपुर से प्रारंभ हुई थी। यहां भाजपा की अर्चना चिटनिस ने कांग्रेस के सुरेंद्र सिंह शेरा को 31 हजार से ज्यादा मतों से हराया। शेरा पिछली बार यहां से जीते थे।

नेपानगर सीट पर 2018 में कांग्रेस की सुमित्रा कासडेकर चुनाव जीती थीं। बाद में उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था और उपचुनाव भी जीतीं।

इस बार भाजपा ने मंजू राजेंद्र दादू को टिकट दिया, जिन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी गेंदू बाई को 44 हजार से ज्यादा मतों से हराया।

खंडवा में पिछली बार भी भाजपा जीती थी

खंडवा के पंधाना में पिछली बार भी भाजपा जीती थी और इस बार पार्टी प्रत्याशी छाया मोरे ने कांग्रेस की रूपाली जैन को 28816 मतों से हराया। खंडवा की ही मांधाता विधानसभा से 2018 में कांग्रेस के नारायण पटेल विजयी हुए थे।

बाद में उन्होंने भाजपा का दामन थामा और उपचुनाव भाजपा के टिकट पर जीते। इस बार भाजपा ने उन्हें प्रत्याशी बनाया और शुरुआत से ही उन्होंने कांग्रेस के निकटतम प्रतिद्वंद्वी उत्तम राजनारायण सिंह पुरनी को पीछे कर दिया।

बड़वाह और भीकनगांव सीट

खंडवा के बड़वाह और समीप की भीकनगांव विधानसभा सीटों पर वर्ष 2018 के चुनाव में कांग्रेस जीती थी। बड़वाह से कांग्रेस विधायक सचिन बिड़ला ने भाजपा का दामन थाम लिया था।

इस चुनाव में भाजपा के टिकट पर लड़े बिरला ने शुरुआती दौर में ही कांग्रेस के नरेंद्र पटेल के खिलाफ पांच हजार से ज्यादा की बढ़त बना ली थी। भीकनगांव में पिछले दो चुनाव में कांग्रेस की झूमा सोलंकी विजयी रही थीं।

इस बार यहां भाजपा की नंदा ब्राह्मणे ने शुरुआत से ही झूमा को पीछे कर दिया। बड़वाह से आगे बढ़ते हुए यात्रा वाहनों से सीधे महू विधानसभा पहुंची थी। महू में राहुल की आम सभा भी हुई थी।

यहां पिछली बार भाजपा की उषा ठाकुर विजयी रही थीं। इस बार उनके खिलाफ एंटी इनकम्बेंसी की चर्चा थी। कांग्रेस ने भी पूर्व विधायक और पिछले प्रत्याशी अंतर सिंह दरबार को टिकट न देते हुए भाजपा से कांग्रेस में आए रामकिशोर शुक्ला को टिकट दिया।

यहां पूर्व मंत्री जीतू पटवारी दो चुनाव जीते थे

उषा ठाकुर ने शुरुआत में ही 18 हजार की बढ़त बना ली। यहां कांग्रेस प्रत्याशी तीसरे स्थान पर पहुंच गए। यात्रा का अगला पड़ाव राउ विधानसभा क्षेत्र रहा। यहां प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी दो चुनाव जीते थे।

इस बार मधु वर्मा ने शुरुआती दौर से ही बढ़त का सिलसिला जारी रखा। यात्रा इंदौर में विधानसभा चार, तीन और एक होते हुए सांवेर पहुंची थी। विधानसभा तीन में रात्रि विश्राम और संगीत सभा हुई थी, जबकि सांवेर में भी सभा हुई थी।

सभी सीट पर पीछे रहे कांग्रेस प्रत्याशी

सभी सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी प्रारंभिक दौर से ही पीछे दिखे। इनमें से विधानसभा एक में पिछली बार कांग्रेस जीती थी, लेकिन इस बार भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने उन्हें बड़े अंतर से पीछे धकेल दिया।

उधर, उज्जैन की दोनों सीटों पर भाजपा ने अपना दबदबा कायम रखा। घटिया में भाजपा के सतीष मालवीय ने कांग्रेस के रामलाल मालवीय के खिलाफ शुरुआत से ही बड़ी बढ़त बना ली थी।

वर्ष 2018 में यहां कांग्रेस के रामलाल मालवीय जीते थे। मध्य प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा का अंतिम पड़ाव आगर विधानसभा क्षेत्र था। यहां भाजपा के माधव सिंह ने कांग्रेस के विपिन वानखेड़े के खिलाफ बड़ी बढ़त बनाई।