- नई दिल्ली। पश्चिमी तट पर चक्रवात तौकते के बाद अब एक अन्य चक्रवात यास के आने की संभावना है। चक्रवात यास के 26-27 मई को पूर्वी तट पर पहुंचने का अनुमान है। इसे लेकर भारतीय तटरक्षक बल ने मछुआरों और नाविकों के चेतावनी जारी की है। ताउते तूफान द्वारा व्यापक तबाही मचाने के बाद यास तो लेकर खासी सतर्कता बरती जा रही है। भारतीय तटरक्षक बल के पोत, विमान और दूरस्थ अड्डों ने बंगाल की खाड़ी में गए मछुआरों और नाविकों को तट पर लौटने और सुरक्षा आश्रय लेने संबंधी चेतावनी प्रसारित करनी शुरू कर दी है।
आधिकारिक बयान के मुताबिक यास तूफान के अगले 72 घंटे में तूफान के और मजबूत होने की संभावना है। भारतीय तटरक्षक बल ने बताय है कि कि भारतीय मौसम विभाग के पूर्वानुमान से पत चलता है कि 22 मई के करीब उत्तरी अंडमान सागर और निकटवर्ती पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।
अरब सागर में डूबा बार्ज P-305
बता दें तौकते तूफान ने जमीन से ज्यादा पानी में अपना कहर बरपाया है। जिसका सूबत अरब सागर में डूबा बार्ज P-305 है। बार्ज का अर्थ होता है एक ऐसा जहाज जिसका इस्तेमाल माल लादने या फिर लोगों को ले जाने ले आने में किया जाता है। वहीं चक्रवात तौकते ने मुंबई, गोवा समेत कई राज्यों में काफी ज्यादा तबाही मचाई हैं लेकिन जब ये तूफान गुजरात पहुंचा तो ये काफी विकराल रूप में था। जिसके कारण गुजरात भी इस तूफान की चपेट में आने के बाद सबसे बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इस चक्रवात की तरफ से मची तबाही का सर्वे करने के लिए खुद लेने के लिए पीएम मोदी आज गुजरात के प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वे करेंगे।
24 घंटों में रिकॉर्ड 119.3 मिलीमीटर बारिश
इसके अलावा दिल्ली में चक्रवाती तूफान ‘ताउते’ और पश्चिमी विक्षोभ के कारण गुरुवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक बीते 24 घंटों में रिकॉर्ड 119.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जिसने मई में बारिश के पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि 1976 में 24 मई को 60 मिमी. बारिश दर्ज की गई थी और इस बार उससे दोगुनी बारिश दर्ज की गईं।