यूक्रेन के शहर खेरसॉन से रूसी सैनिकों की हुई वापसी को यूक्रेन की बड़ी जीत के तौर पर देखा जा रहा है। यहां से रूस की वापसी के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने पहली बार इस शहर में कदम रखा और शहर की मुख्य प्रशासनिक इमारत पर झंडा भी फहराया। उन्होंने यहां मौजूद अन्य लोगों के साथ मिलकर राष्ट्रगान भी गाया। यूक्रेन की तरफ से इस मौके की कई फोटो सोशल मीडिया पर वायरल की जा रही हैं। रूस के लिए एक काला सागर के नजदीक रणनीतिक महत्व का ठिकाना था। इस बीच रूस ने उन खबरों का खंडन किया है कि राष्ट्रपति जेलेंस्की के खेरसॉन आने से इस जगह के स्टेटस में कोई बदलाव आएगा। बता दें कि पिछले माह ही रूस ने एक समारोह में इसको अपनी सीमा में मिलाने का ऐलान किया था। वहीं दूसरी तरफ जेलेंस्की ने कहा कि यहां पर आना काफी खास है। उन्होंने कहा कि यहां पर आकर बात करना इस बात का सबूत है कि हम केवल वादा ही नहीं करते हैं बल्कि उसको पूरा करना भी बखूबी जानते हैं। गौरतलब है कि रविवार को राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा था कि यूक्रेनी सेना को खेरसॉन में रूस द्वारा किए गए युद्ध अपराध के सैकड़ों और नए सबूत मिले हैं। उनका ये बयान यूक्रेन की सेना के खेरसॉन में प्रवेश के बाद आया था। जेलेंस्की ने ये भी कहा कि यूक्रेन को खत्म करना असंभव है। आपको बता दें कि खेरसॉन पर रूस ने युद्ध की शुरुआत में ही कब्जा कर लिया था। इस शहर के यूक्रेन के हाथों वापस जाने को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हार के तौर पर देखा जा रहा है। यूक्रेनी और अंतरराष्ट्रीय मीडिया में कहा जा रहा है कि रूस ने काफी कोशिश की लेंकिन इसके बाद भी वो कीव तक नहीं पहुंच सका और उसको वापस जाना पड़ा। यूक्रेन के नागरिकों की भी उम्मीद अब इस बात को लेकर बढ़ गई है कि जल्द ही यूक्रेन की जमीन को रूस से वापस ले लिया जाएगा। राष्ट्रपति जेलेंस्की का कहना है कि खेरसान से जाने से पहले रूसी सैनिकों ने इसे पूरी तरह तबाह कर दिया है। यहां न तो बिजली है और न ही इंटरनेट, न ही पानी है।