News TOP STORIES अन्तर्राष्ट्रीय नयी दिल्ली राष्ट्रीय

रक्षा मंत्री राजनाथ ने मालदीव को सौंपा गश्ती पोत और लैंडिंग क्राफ्ट बोले- दोनों देशों के संबंध हैं बेहद खास..


माले, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने मालदीव दौरे के दूसरे दिन राजधानी माले में भारत की ओर से उपहार के रूप में मालदीव को एक तेज गश्ती पोत और लैंडिंग क्राफ्ट सौंपा। इस दौरान राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि भारत-मालदीव संबंध बेहद खास हैं और यह पूरे क्षेत्र के लिए एक मॉडल के रूप में विकसित हुआ है।

गश्ती पोत को एमएनडीएफ में किया शामिल

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हिंद महासागर क्षेत्र में आम चुनौतियों से निपटने में सहयोग बढ़ाने के लिए भारत-मालदीव और क्षेत्र के अन्य समान विचारधारा वाले देशों की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला। वहीं, इसके बाद मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने गश्ती पोत को मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल (एमएनडीएफ) में शामिल किया।

‘वास्तव में विशेष है भारत-मालदीव संबंध’

राजनाथ सिंह ने समारोह में कहा- भारत-मालदीव संबंध वास्तव में विशेष है। हमारा संबंध समय की कसौटी पर खरा उतरा है और हमने हमेशा जरूरत के समय एक-दूसरे का समर्थन किया है। रक्षा मंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध पूरे क्षेत्र के लिए एक मॉडल के रूप में विकसित हुए हैं। उन्होंने कहा- हिंद महासागर क्षेत्र की आम चुनौतियों को दूर करने की दिशा में भारत-मालदीव और क्षेत्र के अन्य समान विचारधारा वाले देशों को हमारे सहयोग को बढ़ाने की आवश्यकता है।

हम एक-दूसरे से सीख सकते हैं- राजनाथ

राजनाथ सिंह ने कहा कि इसलिए हमें यह सुनिश्चित करने के लिए सहयोगात्मक प्रयास करना चाहिए कि हिंद महासागर का समुद्री विस्तार शांतिपूर्ण हो और क्षेत्रीय समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए समुद्री संसाधनों का अधिकतम उपयोग किया जाए। राजनाथ सिंह ने कहा- हम सहजीवन संबंध बनाना चाहते हैं, जहां हम एक-दूसरे से सीख सकते हैं, एक साथ आगे बढ़ सकते हैं और एक-दूसरे के लिए जीत की स्थिति पैदा कर सकते हैं। हम आपको आश्वस्त करना चाहते हैं कि एमएनडीएफ और मालदीव को समर्थन देने की भारत की प्रतिबद्धता समय के साथ बेहतर और मजबूत होगी।

भारत ने अपनी रक्षा क्षमताओं में काफी वृद्धि की- राजनाथ

रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने अपनी रक्षा क्षमताओं में काफी वृद्धि की है, जिसने इसे अपने सहयोगी देशों की क्षमता निर्माण पहलों को और मदद करने में सक्षम बनाया है। उन्होंने कहा भारत मित्रवत विदेशी देशों को एक बढ़ी हुई रक्षा साझेदारी की पेशकश करता है, जो उनकी राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के अनुरूप है। उन्होंने कहा- मालदीव के साथ भारत का मजबूत और जीवंत रक्षा सहयोग ‘पड़ोसी पहले’ और ‘सागर’ की हमारी दोहरी नीतियों से उत्पन्न होता है।

रक्षा मंत्री के तौर पर पहली मालदीव यात्रा पर हैं राजनाथ सिंह

बता दें कि रक्षा मंत्री के तौर पर राजनाथ सिंह की मालदीव की यह पहली यात्रा है। मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के प्रमुख समुद्री पड़ोसियों में से एक है और पिछले कुछ वर्षों में रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्रों सहित समग्र द्विपक्षीय संबंध आगे बढ़ रहे हैं। पिछले साल अगस्त में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति सोलिह ने भारत द्वारा वित्त पोषित ग्रेटर माले कनेक्टिविटी परियोजना को शुरू किया था।