नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश, पंजाब सहित पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनावों का रंग बुधवार को राज्यसभा में पूरे समय देखने को मिला। शून्यकाल से लेकर प्रश्नकाल तक और फिर राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों को जैसे ही बोलने की मौका मिला, इन राज्यों से जुड़े मुद्दों को वे उठाने से नहीं चूके। सदन में अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत भाजपा की उत्तर प्रदेश से सांसद गीता शाक्य उर्फ चंद्रप्रभा ने की। जबकि विपक्ष की ओर से मल्लिकार्जुन खड़गे और सपा के रामगोपाल यादव ने मुख्य रूप से हिस्सा लिया। कोरोना के चलते राज्यसभा सुबह की पाली में चल रही है। ऐसे में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत भी वहीं से हुई।
भाजपा सांसद ने कहा, नीतियों में नहीं सरकार में भी समानता का भाव
भाजपा सांसद गीता ने कहा कि हमारी सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र पर काम कर रही है। आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग को भी 10 प्रतिशत आरक्षण देने का काम इसी सरकार ने किया। वहीं, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) आयोग को संवैधानिक दर्जा देने सहित ओबीसी आरक्षण को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) में लागू करने का काम किया है। समानता का यह भाव योजनाओं एवं नीतियों में नहीं, बल्कि सरकार के अंदर भी देखा जा सकता है। वर्तमान में केंद्रीय मंत्रिमंडल में ओबीसी के 27 और एससी-एसटी के 20 मंत्री हैं। इतना ही नहीं, 11 महिलाएं भी मंत्रिमंडल में हैं। यह प्रधानमंत्री और हमारी सरकार के ध्येय को स्पष्ट करता है। इससे पहले की सरकारों में दलित और पिछड़े लोग उपेक्षित थे। उन्हें यह अधिकार नहीं मिले थे।
खड़गे ने कहा- आज जो फल खा रहे हैं, वे पेड़ हमने ही लगाए थे
भाजपा सांसद श्वेत मलिक ने कहा कि सरकार की नीतियां आज सभी तक पहुंच रही हैं। इनमें चाहे पीएम आवास योजना हो, उज्जवला योजना हो या फिर घर-घर शौचालय बनाने की योजना। वहीं, नेता प्रतिपक्ष खड़गे ने कोविड के खराब प्रबंधन पर सवाल खड़ा किया और कहा कि उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि आज वे जो फल खा रहे हैं, वे पेड़ उनके ही लगाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि अभिभाषण में दलितों और पिछड़ों का कोई जिक्र नहीं है, जबकि राष्ट्रपति खुद दलित है।
रामगोपाल बोले, अखिलेश सरकार आएगी तो जल्द बन जाएगा मंदिर
सपा सांसद रामगोपाल यादव ने चर्चा को चुनावी रंग देते हुए कहा कि भाजपा कह रही है कि अखिलेश की सरकार आई तो मंदिर निर्माण का काम रुक जाएगा, लेकिन मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि अखिलेश की सरकार आएगी तो मंदिर और भी जल्द बन जाएगा।