नई दिल्ली, Ukraine और रूस में लड़ाई के बीच गुरुवार को रूसी रूबल (Russian ruble) अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 8% से अधिक गिर गया, जो अब नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर है। वहीं कमजोर जोखिम के बीच शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया भी 55 पैसे गिरकर 75.16 पर आ गया।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन में सैन्य अभियान की घोषणा के बाद रशियन मुद्रा तुरंत 10% गिरकर एक नए सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गई। यह अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 90 और यूरो के मुकाबले 100 पर आ गई थी। मॉस्को और सेंट पीटर्सबर्ग दोनों एक्सचेंजों ने कहा कि वे अनिश्चित काल के लिए अपने प्लेटफॉर्म पर शेयर ट्रेडिंग को निलंबित कर रहे हैं। मॉस्को एक्सचेंज ने अपनी वेबसाइट पर एक बयान में कहा कि सभी बाजारों में कारोबार ठप है। इसके फिर से शुरू होने की घोषणा बाद में की जाएगी। वाशिंगटन और ब्रुसेल्स दोनों ने रूस के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंधों को तेज किया है।
जो बीच में पड़ेगा उसे भुगतना होगा
पुतिन ने गुरुवार को यूक्रेन में ‘सैन्य अभियान’ की घोषणा की है। उन्होंने यह भी कहा की उसके काम में हस्तक्षेप करने वालों को उस स्तर के परिणाम भुगतने होंगे जो दुनिया ने पहले कभी नहीं देखे हैं।
कच्चे तेल के दाम 2014 के स्तर पर
इस बीच, 2014 के बाद पहली बार कच्चे तेल की कीमतें 100 डॉलर प्रति बैरल के स्तर को पार कर रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजधानी कीव में धमाकों की आवाज सुनी गई है। रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि ओडेसा के बंदरगाह शहर में भारी बमबारी हो रही है। यह जगह Black Sea के पास स्थित है।
गेहूं का सबसे बड़ा एक्सपोर्टर है रूस
Black sea यूरोप में तेल और गेहूं के परिवहन के लिए एक प्रमुख चैनल के रूप में काम करता है। रूस तेल का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक और गेहूं का सबसे बड़ा निर्यातक देश है।