बुधवार को रुपये में आई थी गिरावट
आपको बता दें कि बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 62 पैसे की गिरावट के साथ 79.15 पर बंद हुआ, जो चालू वित्त वर्ष में एक दिन की सबसे खराब गिरावट है। छह मुद्राओं की बास्केट के मुकाबले ग्रीनबैक की ताकत का अनुमान लगाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.08 प्रतिशत गिरकर 106.41 पर आ गया।
विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि रिकॉर्ड उच्च व्यापार घाटे की संख्या और डॉलर के लिए सुरक्षित-हेवन मांग के बीच रुपया एशियाई मुद्राओं के बीच खराब प्रदर्शन कर रहा है, क्योंकि व्यापारी यूएस-चीन तनाव से जुड़े जोखिमों को लेकर चिंतित हैं। भारत का निर्यात जुलाई में 17 महीनों में पहली बार मामूली रूप से गिरा, जबकि कच्चे तेल के आयात में 70 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि के कारण व्यापार घाटा तीन गुना बढ़कर 31 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया है।
शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति के नतीजे आने वाले हैं, जिससे व्यापारी सतर्क हो रह सकते हैं। इस बीच वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.24 प्रतिशत बढ़कर 97.01 डॉलर प्रति बैरल हो गया। घरेलू इक्विटी बाजार में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 286.7 अंक या 0.49 प्रतिशत बढ़कर 58,637.23 पर कारोबार कर रहा था, जबकि एनएसई निफ्टी 80.50 अंक या 0.46 प्रतिशत बढ़कर 17,468.65 पर था। विदेशी संस्थागत निवेशक बुधवार को पूंजी बाजार में शुद्ध खरीदार बने रहे, क्योंकि उन्होंने एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार 765.17 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।