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सीएम सुक्खू ने संभाली शिमला नगर निगम चुनाव की कमान


शिमला, । नगर निगम चुनाव में जीत के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू स्वयं फील्ड में उतर गए हैं। कांग्रेस के सत्तासीन होने के बाद प्रदेश में यह पहला चुनाव है। ऐसे में कांग्रेस इस चुनाव में जीत हासिल करना चाहती है। मंगलवार को नामांकन के दौरान भाजपा के बेहतर चुनावी प्रबंधन के बाद कांग्रेस भी फ्रंट फुट पर आ गई है।

मुख्यमंत्री सुक्खू ने बुधवार को सरकारी आवास ओकओवर में नगर निगम चुनाव को लेकर बैठक की। बैठक में पार्टी की ओर से चुनावी मैदान में उतारे गए सभी 34 वार्डों के प्रत्याशियों ने हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री ने प्रत्याशियों को कहा कि सभी एकजुट होकर चुनाव लड़ें। उन्होंने कहा कि चुनाव में जीत महत्वपूर्ण है और यह तभी संभव होगा जब हम एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे। इसके लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।

उन्होंने आगे कहा कि प्रचार में कोई कमी न आने दी जाए। वार्डों में जाकर बुद्धिजीवियों और वरिष्ठ नागरिकों के साथ बैठकें करें। किसकी क्या नाराजगी है उस पर चर्चा करें।

कांग्रेस को सता रहा भितरघात का डर

बता दें कि चुनाव में कांग्रेस को करीब छह वार्डों में भितरघात का डर सता रहा है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) को भी इस बात का अंदेशा है कि कृष्णानगर, भराड़ी, शांति विहार, अपर ढली, कसुम्पटी, कैथू वार्ड सहित कुछ अन्य जगह क्रास वोटिंग के कारण पार्टी प्रत्याशी को नुकसान हो सकता है। इसे देखते हुए संगठनात्मक स्तर पर रणनीति बनाना शुरू कर दिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि प्रत्याशियों को विद्रोह की आशंका कहीं दिखती है तो उसकी तुरंत रिपोर्ट करें। बैठक में नगर निगम चुनाव के लिए गठित स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन हर्षवर्धन चौहान, पंचायतीराज मंत्री अनिरुद्ध सिंह सहित कांग्रेस के कई नेता मौजूद रहे।

सरकार की योजनाएं जन-जन तक पहुंचाने को कहा

मुख्यमंत्री सुक्खू ने सभी प्रत्याशियों को निर्देश दिए कि नगर निगम चुनाव में राज्य सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाया जाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सत्ता संभालने के चार महीने में पुरानी पेंशन बहाल की है। महिलाओं को 1500 रुपये देने की गारंटी को पूरा किया है। कर्मचारियों को तीन प्रतिशत डीए, ई-बस, ई-ट्रक, ई-रिक्शा पर सब्सिडी, मुख्यमंत्री सुखाश्रय जैसी कई योजनाएं शुरू की हैं। सरकार ने मकान की ऊपरी मंजिल पर बनने वाली एटिक को रहने लायक बनाने का निर्णय लिया है। इससे प्रदेशभर में हजारों लोग लाभान्वित होंगे और अब एटिक की ऊंचाई 2.40 मीटर के बजाय 3.05 मीटर होगी। इसके बारे में लोगों को बताने को कहा।