भागवत रविवार को उदयपुर में थे उन्होंने विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया सहित विभिन्न वर्गों के करीब 300 लोगों से बात की।
उन्होंने कहा, हिंदू विचारधारा शांति सच्चाई का प्रतीक है। हम हिंदू नहीं हैं ऐसा अभियान देश समाज को कमजोर करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। समस्याएं सामने आई हैं जहां विभिन्न कारणों से हिंदू आबादी कम हुई है, इसलिए हिंदू संगठन सर्वव्यापी हो जाएगा विश्व के कल्याण के बारे में बात की जाएगी। विश्व का कल्याण हिंदू राष्ट्र के सर्वोच्च गौरव में होगा।
संघ के संस्थापक डॉ केशवराव बलिराम हेडगेवार का हवाला देते हुए भागवत ने कहा, उन्होंने महसूस किया कि दिखने में भारत की विविधता के मूल में एकता की भावना है। हम सभी हिंदू हैं, पूर्वजों के वंशज हैं जो इस पवित्र स्थान पर युगों से रहे हैं। यह हिंदू धर्म की भावना है।