रांची,। जमशेदपुर पूर्व के विधायक सरयू राय के खिलाफ प्रारंभिक जांच (पीई) दर्ज करने संबंधी एंटी करप्शन ब्यूरो के आदेश पर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। सरयू राय ने इसे लेकर सरकार को चुनौती दी है। उन्होंने कहा है कि प्रारंभिक जांच की बजाय सीधे एफआइआर दर्ज कर पंद्रह दिनों में जांच करा ली जाए। वे इसके लिए तैयार हैं। उन्होंने ट्वीट कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को निशाने पर लिया है।
सरयू राय ने लिखा है – हेमंत सोरेन की एसीबी ने मेरी जांच के लिए पीई दर्ज करने की अनुमति मांगा है। पीई क्यों, सीधे एफआईआर कर 15 दिन में मामला निपटा दीजिये। होटवार के बैरक 11ए और 11बी को भी शुकुन मिलेगा जिन्होंने 2015-19 और 2020-22 के कारनामों को भ्रष्टाचार के फेबिकोल से चिपकाकर नई जुगल जोड़ी बनाई है।
सरयू राय का इशारा जेल में बंद नेताओं और नौकरशाहों के करीबी प्रेम प्रकाश और अमित अग्रवाल की ओर है। दोनों को ईडी ने गिरफ्तार किया था। सरयू राय ने दोनों पर जेल में रहते हुए सारी सुविधाओं समेत फोन के उपयोग का भी आरोप लगया है।