लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए रविवार को पूरी तरह से लॉकडाउन लगाया गया है. राज्य सरकार ने 15 मई तक हर रविवार को लॉकडाउन लगाने का एलान किया है और मास्क नहीं लगाने पर पहली बार में एक हजार रुपये का जुर्माना देना होगा. इस बीच यूपी के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा है कि प्रदेश में अब तक 91,03,334 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गई है. इनमें से 16,10,320 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गई है. दवाओं और उपकरणों की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है. 45 साल से ज्यादा उम्र के लोग अपना टीकाकरण जरूर करवाएं.
लखनऊ में हालात भयावह हैं
बता दें कि, प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 27,357 नए संक्रमित मरीज मिले हैं. राजधानी लखनऊ में हालात भयावह हैं. यहां कोरोना के 5913 मरीज मिले हैं. अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि बीते 24 घंटों में 2,15,790 मरीजों के नमूनों की जांच की गई. अब तक कुल 3,80,29,865 लोगों की जांच की जा चुकी है. अब एक्टिव केस कुल 170059 हैं. इनमें 86959 मरीज होम आइसोलेशन में हैं, जबकि 7831 को एक दिन में अस्पताल से छुट्टी मिल गई है. इसी तरह टीकाकरण भी तेजी से चल रहा है.
लॉकडाउन को लेकर हो सकता है फैसला
इस बीच यूपी के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने बड़ी बात कही है. लॉकडाउन के समय को और बढ़ाए जाने के सवाल पर उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि, ”हमारी प्रतिदिन मुख्यमंत्री से वर्चुअल बैठक होती है. मामलों की संख्या को देखते हुए और हर जिलों में किस तरह का प्रबंधन हो रहा है इसे ध्यान में रखते हुए हम लोग इस पर निर्णय ले सकते हैं.”
अस्पतालों में बेड की कमी
यूपी के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने ये भी कहा है कि कोरोना के मरीजों की अचानक बढ़ी संख्या से अस्पतालों में बेड की कमी हो गई है. उन्होंने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन के साथ ऑक्सीजन और रेमेडिसवीर की आपूर्ति को लेकर चर्चा हुई थी. अभी हमें 200 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत है और 30 अप्रैल तक 235 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत पड़ेगी.