एफएटीएफ के दबाव से डरा पाकिस्तान!
पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट बोल न्यूज के मुताबिक मौलाना मसूद अजहर अफगानिस्तान के नंगरहार और कनहर इलाकों में मौजूद हो सकता है। बता दें कि यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब संभावना जताई जा रही है कि पेरिस स्थित अंतरराष्ट्रीय निगरानी संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर रख सकता है। पाकिस्तान अब आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मजबूर हो गया है। एफएटीएफ के लगातार दबाव के चलते ही पाकिस्तान ने लश्कर ए तैयबा के ऑपरेशनल कमांडर साजिद मीर पर कार्रवाई की थी। हालांकि, पाकिस्तान उसे मृत घोषित करता रहा है।
पाकिस्तानी सोशल मीडिया पर लेख लिखता है मसूद
पाकिस्तान का कहना है कि मसूद अजहर पाकिस्तान में मौजूद नहीं है और उसके अफगानिस्तान में होने की संभावना है। पाकिस्तान दावा तो करता है कि मसूद अजहर का पता नहीं लगाया जा सकता है, इसके बावजूद वो पाकिस्तानी सोशल मीडिया पर लेख लिखता रहता है। अपने लेख के जरिए वो जैश-ए-मोहम्मद कैडरों को जिहाद में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करता रहता है। साउथ एशिया प्रेस ने बताया कि मसूद काबुल के तालिबान अधिग्रहण की प्रशंसा करता है और कहता है कि तालिबान की जीत कहीं और मुस्लिम जीत के रास्ते खोल देगी।
कौन है मसूद अजहर?
मसूद अजहर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना है। मसूद का कंधार में विमान हाईजैक, जम्मू-कश्मीर विधानसभा पर हमला और भारत की संसद पर हमले में सीधा हाथ है। यूएन ने भी मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित किया हुआ है।