पटना

अररिया-गलगलिया के बीच बनेगी 94 किमी लंबी फोर-लेन सडक़


      • 1079 करोड़ की लागत से बनेगी सडक़ : मंगल

      • बहादुरगंज, गलगलिया और अररिया के बीच दो पैकेज में बनेगी सडक़

      • दो वर्ष में पूरा होगा सडक़ निर्माण का काम

(आज समाचार सेवा)

पटना। ईस्ट-बेस्ट कॉरिडोर के समानांतर गलगलिया से अररिया के बीच फोर-लेन सडक़ बनेगी। इस सडक़ का निर्माण ९० किलोमीटर में होता है। यह जानकारी पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडेय ने दी। उन्होंने बताया कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने इसके लिए निविदाकार का निर्धारण कर दिया है। दो पैकेज में इस सडक़ का निर्माण होगा।

सडक़ निर्माण पर १०७९.७६ करोड़ खर्च होंगे। प्रथम पैकेज में गलगलिया से बहादुरगंज के बीच ९७९.६७ करोड़ से सडक़ निर्माण होगा। यहां तक ४९ किलोमीटर में सडक़ बनेगी। दूसरे पैकेज में बहादुरगंज से अररिया के बीच ४५ किलोमीटर लंबी फोर-लेन सडक़ बनेगी। इस मार्ग की निर्माण लागत १००.०९ करोड़ आयेगी।

यही नहीं, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने एनएच ३२७-ई के मार्ग रेखन पर फोर-लेन सडक़ निर्माण के लिए भी न्यूनतम निविदाकार को शीघ्र काम शुरू करने का निर्देश दिया है। पथ निर्माण मंत्री ने कहा कि इस अतिमहत्वपूर्ण परियोजना का काम दो वर्ष में पूरा करने का टारगेट है। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद अगले १५ वर्षों तक इसकी देखरेख की जिम्मेवारी संवेदक की ही होगी। जनवरी २०२० में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस सडक़ को फोर-लेन में बनाने का निर्देश दिया था। वे जल-जीवन-हरियाली कार्यक्रम में शिरकत करने तब अररिया आये थे।

पथ निर्माण मंत्री ने बताया कि भारत-नेपाल सीमा के निकट इस सडक़ का निर्माण भारत-चीन युद्ध के बाद लेटरल रोड परियोजना के तहत किया गया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के काल में लागू राष्ट्रीय समविकास योजना के तहत चौड़ा कर टू-लेन सडक़ में केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग ने परिवर्तित किया था। २०१५ में पुन: बिहार के लिए घोषित पीएम पैकेज के तहत इस सडक़ के अधिकांश भाग को पेभ्ड-सोल्डर के साथ टू-लेन सडक़ में विकसित किया गया है। इस परियोजना के कार्यान्वयन में बिहार सरकार हरसंभव सहयोग करेगी।