नई दिल्ली। हिजबुल्लाह के खात्मे की कसम खाए बैठे नेतन्याहू ने अब लेबनान में मिसाइल अटैक तेज कर दिए हैं। इजरायल और हिजबुल्लाह में चल रही इस जंग के बीच अब अमेरिका भी कूद पड़ा है। अमेरिका ने इजराइल में THAAD की तैनाती की घोषणा कर दी है। जिससे अब ईरान और हिजबुल्लाह दोनों की मुश्किलें बढ़ने वाली है।
THAAD Missile इजरायल पर हिजबुल्लाह और ईरान के बढ़ते हमले देख अब अमेरिका भी अप्रत्यक्ष रूप से इस युद्ध में कूद पड़ा है। अमेरिका ने इजराइल में THAAD की तैनाती की घोषणा कर दी है। जिससे अब ईरान और हिजबुल्लाह दोनों की मुश्किलें बढ़ने वाली है। ये थाड क्या है और इसके इस्तेमाल से इजरायल को क्या फायदा होने वाला है आइए जानते हैं।
क्या है ये THAAD?
- दरअसल, थाड (What is THAAD Missile) एक उन्नत एंटी-मिसाइल डिफेंस सिस्टम है, जिसे टर्मिनल हाई-एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD) कहा जाता है। खास बात ये है कि अमेरिका के इस एलान से इजरायल की हवाई सुरक्षा को मजबूती मिलेगी और हाल ही में ईरान द्वारा किए गए हमलों को दौबारा होने से रोका जा सकेगा।
- अमेरिका ने THAAD बैटरी के साथ एंटी-मिसाइल डिफेंस सिस्टम को संचालित करने के लिए अपने लगभग 100 सैनिकों को तैनात करने की भी घोषणा की है।
- किसी भी बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने के लिए थाड को अमेरिका ने डिजाइन किया है। ये इजरायल की रक्षा प्रणाली के लिए काफी कारगर साबित हो सकती है, जो उसके मौजूदा रक्षा बुनियादी ढांचे को और बेहतर कर देगा। इससे भविष्य में ईरान और हिजबुल्लाह के हमलों को भी रोकने में मदद मिलेगी ।