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उदयपुर हत्याकांड पर वसुंधरा राजे बोलीं, पूरी समस्या किसी दूसरे के कंधों पर डालने का काम कर रहे हैं अशोक गहलोत


उदयपुर, । राजस्थान की पूर्व सीएम और भाजपा नेता वसुंधरा राजे ने बुधवार को कहा कि उदयपुर की हत्या भयानक है, यह आतंकवाद है। यह राजस्थान की संस्कृति नहीं है। ऐसी घटनाएं पहले कभी नहीं हुई। यह महत्वपूर्ण है कि हम न केवल आरोपितों को बल्कि उन लोगों और संगठनों को भी पकड़ें, जो उनके पीछे हैं।

उदयपुर हत्याकांड पर हर कोई आहत

वसुंधरा ने कहा कि उदयपुर हत्याकांड की खबर सुनकर हर कोई आहत है। अगर ऐसे आपराधिक तत्वों के खिलाफ पहले कार्रवाई होती तो इसे रोका जाना चाहिए था। उनका हौसला नहीं बढ़ाया जाता, लेकिन अब हदें पार कर दी गई हैं, उनके मुताबित, जब सरकार राजनीति में अधिक और शासन में कम शामिल होती है तो ये चीजें (उदयपुर हत्या) होना तय है। वे (गहलोत सरकार) सक्रिय नहीं हैं, अन्यथा वे दूसरों को दोष नहीं देते। यह चौंकाने वाला है कि उन्होंने पीएम का नाम लिया है।

किसी की हत्या कर देना बेहद दुखद

राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के बयान ‘पीएम को देश को संबोधित करना चाहिए’ के जवाब में वसुंधरा ने कहा कि एक रास्ता है कि सरकार सक्रिय हो और दूसरा रास्ता है कि बहाना बनाया जाए। अपने कंधों पर तो लेना नहीं है उसकी बजाए पूरी समस्या किसी दूसरे के कंधों पर डाल दीजिए, वही अशोक गहलोत कर रहे हैं। इस प्रकार से किसी की हत्या कर देना दुखद और शर्मनाक है।

जानें, क्या कहा था अशोक गहलोत ने 

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि माहौल ठीक करने की जरूरत है। पूरे देश में तनाव का माहौल बन गया है। मैं बार-बार पीएम और गृह मंत्री को बोलता हूं कि देश को संबोधित करें।

गौरतलब है कि उदयपुर की घटना पर तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए भाजपा ने आरोप लगाया है कि राजस्थान में प्रदेश सरकार की तुष्टीकरण नीति के कारण जिहादी संगठनों का मनोबल बढ़ रहा है। पार्टी प्रवक्ता व राजस्थान के सांसद राज्यव‌र्द्धन सिंह राठौर ने कहा कि पिछले दो ढाई वर्षों में लगातार इस तरह की घटनाएं हो रही हैं लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक खास समुदाय पर नरमी और दूसरे पर सख्ती कर रहे हैं। गहलोत की ओर से उदयपुर में सरेआम हत्या और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत दूसरों के गले उतारने के वीडियो को हत्याकांड बताए जाने पर भी एतराज जताया और कहा कि मुख्यमंत्री आतंकवाद की इस घटना को भी नहीं समझ पा रहे हैं। जो या तो गंदी राजनीति है या फिर अयोग्यता।