अमेरिका में मेडिकल एसोसिएशन में हुए शोध के बाद यह खुलासा हुआ है. अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के जर्नल में इस शोध को छापा गया है और बताया गया है कि संक्रमण बच्चों के लिए कितना खतरनाक साबित हो सकता है.
यह शोध उन बच्चों में किया गया जो पांच साल से अधिक उम्र के हैं और जिनमें संक्रमण के लक्षण है. शोधकर्ताओं ने पाया कि व्यस्क लोगों की तुलना में 10 से लेकर 100 गुना तक ज्यादा वायरस उनके नाक और गले में है.