नई दिल्ली। विमानों को बम से उड़ाने की धमकी का सिलसिला लगातार जारी है। गुरवार को 70 से अधिक भारतीय विमानों को बम से उड़ाने की धमकी मिली। धमकी मिलने के बाद कुछ उड़ानों को डायवर्ट किया गया और अन्य की लैंडिंग के बाद आईसोलेशन-बे में ले जाकर सघन तलाशी ली गई। हालांकि, छानबीन के बाद इन धमकियों को फर्जी करार दिया गया।
सूत्रों ने बताया कि एयर इंडिया, विस्तारा और इंडिगो की लगभग 20 उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है, जबकि आकाश एयर की लगभग 14 उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। 11 दिनों में भारतीय एयरलाइनों द्वारा संचालित लगभग 250 उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है।
सुरक्षा और संरक्षा प्रक्रियाओं का पालन
आकासा एयर के प्रवक्ता ने बताया, 24 अक्टूबर को संचालित होने वाली कुछ उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकी मिली। आकासा एयर की आपातकालीन प्रतिक्रिया टीमें स्थिति पर नजर रख रही हैं और सुरक्षा और नियामक अधिकारियों के संपर्क में हैं। हम स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय में सभी सुरक्षा और संरक्षा प्रक्रियाओं का पालन कर रहे हैं।
धमकी देने वालों पर होगी कार्रवाई
इस सप्ताह की शुरुआत में, नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू ने कहा कि सरकार एयरलाइनों को बम से उड़ाने की धमकी के मामलों से निपटने के लिए विधायी कार्रवाई करने की योजना बना रही है, जिसमें ऐसी धमकी देने वालों को नो-फ्लाई सूची में डालना भी शामिल है।
सोशल मीडिया के जरिए दी जा रही धमकी
पिछले कुछ समय से भारतीय विमानन कंपनियों की उड़ानों को लगातार बम से उड़ाने की धमकी मिल रही है। इनमें से कई धमकियां एलन मस्क के स्वामित्व वाले इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म एक्स के जरिये दी गई हैं। अब सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एक्स को फटकार लगाई है और पूछा है कि इस तरह की अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं?
केंद्र ने एक्स को फटकार लगाई
उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया हैंडल एक्स के साथ भारत सरकार के संबंधों में पहले भी तल्खी रही है। विवादित पोस्ट को हटाने के मुद्दे पर सरकार एक्स के खिलाफ अदालत तक का दरवाजा खटखटा चुकी है। सरकार एक्स के अधिकारियों को आगाह कर चुकी है कि उनको स्थानीय कानूनों का पालन करना होगा।
वर्चुअल बैठक बुलाई
विमानों को बम की धमकियों के मद्देनजर केंद्र सरकार ने बुधवार को सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के संयुक्त सचिव संकेत एस भोंडवे की अध्यक्षता में वर्चुअल बैठक बुलाई। इस बैठक में विमानन कंपनियों और एक्स तथा मेटा जैसे इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म के प्रतिनिधि शामिल हुए।