
नयी दिल्ली (आससे.)। एसआईआर के खिलाफ मंगलवार को कोलकाता में सीएम ममता बनर्जी ने विरोध मार्च निकाला। पश्चिम बंगाल में मंगलवार को ममता बनर्जी ने स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन यानी एसआईआर (सामान्य शब्दों में वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन) के खिलाफ कोलकाता में विरोध मार्च निकाला। 3.8 द्मद्व लंबी रैली में उनके साथ पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी और बड़ी संख्या में पार्टी वर्कर्स मौजूद रहे।इस दौरान ममता ने कहा- एसआईआर को राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है, ताकि 2026 विधानसभा चुनाव से पहले वोटर लिस्ट में चुपचाप धांधली की जा सके। आगे कहा कि जैसे हर उर्दू बोलने वाला पाकिस्तानी नहीं, वैसे ही हर बांग्लाभाषी बांग्लादेशी नहीं होता।इधर पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने ममता के मार्च को जमात की रैली बताया। उन्होंने कहा- यह भारतीय संविधान की नैतिकता के खिलाफ है। वहीं, बंगाल भाजपा अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य ने कहा- ममता जी को अगर कुछ कहना है, तो उन्हें सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाना चाहिए।देश के 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आज मंगलवार से एसआईआर शुरू हो गया। इनमें से तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल और पश्चिम बंगाल में 2026 में चुनाव हैं। असम में भी अगले साल चुनाव हैं, लेकिन अभी वहां स्ढ्ढक्र का शेड्यूल तय नहीं है।12 राज्यों में स्ढ्ढक्र के दौरान आयोग का फोकस नागरिकता की जांच पर है। सूत्रों के अनुसार असम में मतदाता सूची की गहन समीक्षा तो होगी, लेकिन नागरिकता की जांच नहीं होगी। राज्य में नागरिकता के उलझे हुए मुद्दे के बीच आयोग ये नया मॉडल तैयार कर रहा है।
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