- भारत में कोरोना की दूसरी लहर के संकट के बीच कई देश भारत की लगातार मदद को आगे आ रहे है. ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री मैरिस पायने ने संकट की इस घड़ी में ट्वीट किया है कि मौजूदा कोरोना संकट के वक्त में ऑस्ट्रेलिया भारत के साथ खड़ा है. आज वेंटिलेटर और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स के हमारे शुरुआती पैकेज को नई दिल्ली के लिए विमान में लोड किया गया है. उन्होंने ये भी लिखा कि इस चुनौती पूर्ण वक्त में भारत और ऑस्ट्रेलिया के झंडे साथ काम करेंगे.
ऑस्ट्रेलिया के सहयोग के इस ट्वीट का भारत की तरफ से धन्यवाद किया गया है. ऑस्ट्रेलिया में भारतीय उच्चायोग के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस संबंध में लिखा गया है कि वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई में सही समय पर सपोर्ट करने के लिए प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और मिनिस्टर मैरिस पायने का धन्यवाद.
इन देशों ने की अब तक भारत की मदद
जर्मनी, अमेरिका, सऊदी अरब समेत कई देश लगातार भारत की मदद में जुटे हैं. 24 अप्रैल को भारत में मेडिकल उपकरण की अपनी खेप पहुंचाने वाला पहला देश यूनाइटेड किंगडम था. यूके ने 95 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स, 20 लुमिस BiPAP मशीन, 20 वेंटिलेटर और संबद्ध उपकरण भारत भेजे थे. यूनाइटेड किंगडम के बाद सिंगापुर ने 28 अप्रैल को भारत मदद भेजी. सिंगापुर ने भारत को मदद के तौर पर 256 ऑक्सीजन सिलेंडर भेजे. रूस ने भी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स , लंग्स वेंटिलेटर, बेडसाइड मॉनिटर और एंटी-वायरल दवा की कम से कम 200,000 पैक भेजकर भारत की मदद की. रोमानिया (Romania) ने भारत को कम से कम 75 ऑक्सीजन सिलेंडर और 80 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स देकर मदद की है.