- जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि सरकारी अधिकारियों को विस्थापित कश्मीरी पंडितों की घाटी वापसी के लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए, जिनको अपने घर से बाहर रहने के लिए मजबूर किया गया था. कश्मीरी विस्थापित पंडित दिल्ली, मुंबई, चेन्नई व देश के अन्य भागों के अलावा विदेश में भी रह रहे हैं. जम्मू कश्मीर के अधिकारियों को कश्मीरी विस्थापित परिवारों तक पहुंच बनाने की व्यापक प्रक्रिया को अंजाम देना चाहिए. कश्मीरी पंडितों को दोबारा कश्मीर में बसाने को लेकर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की पहल के बारे में क्या सोचते है 1990 का दर्द सह चुके कश्मीरी पंडितों के परिवार.
60 साल के अवतार किशन कौल, बीते 31 साल से रोहिणी के 1 कमरे के मकान में रहते है परिवार में धर्मपत्नी व 1 बेटी है. अवतार किशन उपराज्यपाल के दोबारा कश्मीरी पंडितों को बसाने की बात से काफी खुश नजर आते है लेकिन इस परिवार के लिए आज भी 19 जनवरी 1990 कल का वाकया है. उनकी पत्नी के तो उस दिन को याद कर आंसू थमते ही नही. भावुक अवतार किशन कहते है कि आज भी कश्मीर में सुरक्षा उनके लिए सबसे बड़ा मुद्दा है इसके अलावा उनकी मांग कश्मीर में अलग होम लैंड की है.