श्रीनगर, : प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को कहा कि उसने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के एक मामले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच में संलिप्त पाए गए अलगाववादी नेता शब्बीर अहमद शाह के श्रीनगर स्थित घर को अटैच किया है। अधिकारियों ने कहा कि 21.80 लाख रुपये का यह घर श्रीनगर के बरजुल्ला थाना क्षेत्र के सनत नगर के बोतशाह कॉलोनी में स्थित है।
लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद सहित अन्य के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) की विभिन्न धाराओं के तहत मई 2017 में दर्ज प्राथमिकी की जांच कर रही एनआइए ने शाह को भी इसमें संलिप्त पाया। जांच के दौरान यह बात सामने आई कि कश्मीर में पथराव, जुलूस, विरोध, बंद, हड़ताल और अन्य विध्वंसक गतिविधियों के माध्यम से कश्मीर घाटी में अशांति फैलाने की गतिविधियों में शब्बीर अहमद शाह सक्रिय रूप से शामिल था।
जांच में यह बात सामने आई है कि कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए शब्बीर शाह आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन (एचएम) सहित पाकिस्तान में स्थित अन्य आतंकवादी संगठनों से लिया करता था। यह राशि उस तक हवाला सहित अन्य माध्यमों से पहुंचाई जाती थी। शाह ने भी इस राशि का आतंकवाद के साथ-साथ अन्य राष्ट्रविरोधी अभियानों का जमकर इस्तेमाल किया। ईडी ने एक बयान में कहा कि कश्मीर घाटी में आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करने के वाले शब्बीर शाह के खिलाफ काफी सबूत जुटाए जा चुके हैं।
इन सबूतों के आधार पर ही उनके श्रीनगर स्थित मकान को अटैच किया गया है। जांच की प्रक्रिया अभी जारी है। जैसे जैसे जांच आगे बढ़ेगी, कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले राष्ट्र विरोधी तत्वों पर शिकंजा कसा जाएगा।
आपको बता दें कि कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए आतंकवादी संगठनों का साथ देने वाले अलगाववादी नेताओं, व्यापारियों के खिलाफ एनआइए, एसआइए सहित अन्य कई एजेंसियां काम कर रही हैं। टेरर फंडिंग, नारको टेरेरिजम के जरिए कश्मीर में आतंकवाद की जड़ों को मजबूत बनाया जा रहा था परंतु अब जिस तरह से इन एजेंसियों ने राष्ट्र विरोधी तत्वों पर शिकंजा कसा है, आतंकवाद की कमर टूटी है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी यह दावा किया है कि कश्मीर में अब आतंकवाद अंतिम सांस ले रहा है। बहुत जल्द कश्मीर में आतंकवाद की समाप्ति होगी और वहां के लोग बिना डर शांतिपूर्ण जीवन व्यतीत कर पाएंगे।