तिरुवनंतपुरम, : केरल के उच्च शिक्षा मंत्री केटी जलील ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। शिक्षा मंत्री को लोकायुक्त की रिपोर्ट में अपने पद का दुरुपयोग करके अपने परिवार को फायदा पहुंचाने का दोषी पाया गया था। जानकारी के मुताबिक जेटी जलील को लोकायुक्त की रिपोर्ट में सत्ता के दुरुपयोग, पक्षपात, भाई-भतीजावाद और अपने कर्तव्य के उल्लंघन के आरोपों का दोषी ठहराया गया था, जिसके बाद रिपोर्ट में आदेश दिया था कि मंत्री को पद पर बरकरार नहीं रखा जाना चाहिए।
जानकारी के मुताबिक आज शिक्षा मंत्री ने अपना इस्तीफा राज्यपाल को भेज दिया है। हालांकि इससे पहले उन्होंने सोमवार को केटी जलील ने लोकायुक्त की रिपोर्ट को चुनौती देते हुए केरल हाईकोर्ट में अर्जी लगाई थी। लोकायुक्त की रिपोर्ट में मंत्री को लोक सेवक अपने पद का दुरुपयोग कर एक रिश्तेदार को फायदा पहुंचाने का दोषी माना गया है। हाल ही में केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन को सौंपी गई रिपोर्ट में लोकायुक्त ने कहा था उनको पद पर नहीं रहना चाहिए।
उन्होंने केरल हाईकोर्ट में लोकायुक्त के आदेश पर रोक लगाने की मांग करने के एक दिन बाद इस्तीफा दिया है।लोकायुक्त की एक खंडपीठ ने माना था कि मंत्री के खिलाफ सत्ता, पक्षपात और भाई-भतीजावाद के दुरुपयोग का आरोप साबित हुए है। लोकायुक्त ने नवंबर 2018 में एक मुस्लिम यूथ लीग नेता द्वारा दायर की गई शिकायत पर फैसला सुनाया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि जलील के चचेरे भाई अदीब को केरल राज्य अल्पसंख्यक विकास वित्त निगम में महाप्रबंधक नियुक्त किया गया था।