- गाजा, । गाजा पर इजरायल के लगातार हवाई हमले और रॉकेट दागे जाने से तबाही के बीच बड़े पैमाने पर पलायन शुरू हो गया है। पिछले कई दिनों से लगातार जारी हमलों से गाजा में हालात खराब होते जा रहे हैं। कई इमारतें ढेर हो गई हैं। अब बिजली-पानी का संकट भी गंभीर हो गया है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार गाजा में दो लाख तीस हजार लोगों को मुश्किल से पानी मिल रहा है। बिजली भी मुश्किल से उपलब्ध है। इससे पलायन और बढ़ गया है।
इजरायल में भी गृह युद्ध के आसार
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार सोमवार से अब तक दस हजार फलस्तीनियों ने गाजा में अपना घर छोड़ा है। इजरायल में भी गृह युद्ध के आसार बन गए हैं। कई शहरों में अरबी मूल के लोगों से पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों का सीधा टकराव हो रहा है। सऊदी अरब और अमेरिका ने युद्ध समाप्त करने के लिए कूटनीतिक प्रयास तेज कर दिए हैं।
अब तक 136 लोगों की मौत
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और इस्लामिक देशों की बैठक रविवार को हो रही है। अब तक गाजा में 136 लोगों की मौत हो गई है। इनमें 34 बच्चे और 21 महिलाएं हैं। 950 लोग घायल हुए हैं। गाजा में एक हवाई हमले में ही 12 लोगों की मौत हुई। इनमें अधिकांश बच्चे हैं।
हमास ने दागे 2300 रॉकेट
इजरायली सेना ने कहा है कि हमास ने अब तक 2300 रॉकेट गाजा से चलाए हैं, इनमें से एक हजार रॉकेट आइरन डोम मिसाइल डिफेंस सिस्टम से नष्ट कर दिए गए। 380 गाजा पट्टी में ही गिर गए। इजरायल के अरब और यहूदी मिश्रित आबादी वाले शहरों में हिंसा तेज हो गई है। यहां गृह युद्ध के आसार बनते जा रहे हैं। वेस्ट बैंक में हिंसा के दौरान 11 फलस्तीन मारे गए।
युद्धविराम का प्रस्ताव ठुकराया
इसके साथ ही 1948 में इजरायल की स्थापना के समय हुए युद्ध में लगभग सात लाख फलस्तीनियों का पलायन हुआ था। इनकी याद में नकबा डे मनाने के कारण हिंसा की आशंका और बढ़ गई है। इधर मिस्त्र के एक अधिकारी के अनुसार उन्होंने एक साल का युद्धविराम संधि प्रस्ताव रखा था, इसको हमास ने स्वीकार कर लिया, लेकिन इजरायल ने ठुकरा दिया है।