बाजार खुलने के साथ ऑटो, आईटी, मेटल, मीडिया और इंफ्रा शेयरों पर दबाव दिखा। पिछले दिनों तेजी में रहे बैंकिंग शेयरों पर भी दबाव देखा जा रहा है।
गेनर्स और लूजर्स
निफ्टी पैक में सिप्ला, सनफार्मा और इंडसइंड बैंक के शेयरों में उछाल देखा जा रहा है। जबकि टाटा कंज्यूमर, एमएंडएम, हीरोमोटोकॉर्प, टेक महिंद्रा और टीसीएस के शेयर बड़ी गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। सेंसेक्स पैक में केवल सनफार्मा और इंडसइंड बैंक में तेजी हुई। जबकि एमएंडएम, टेक महिंद्रा, टीसीएस, इंफोसिस और विप्रो के शेयरों पर दबाव देखा जा रहा है।
विदेशी बाजारों का हाल
शुक्रवार को सियोल, टोक्यो, शंघाई और हांगकांग के बाजार गिरावट के साथ खुले। अमेरिकी बाजार भी गुरुवार को गिरावट के साथ बंद हुए थे। अमेरिका में अगस्त के महीने में अनुमान से कम महंगाई गिरने के चलते वैश्विक शेयर बाजारों में भारी गिरावट आ रही हैं। इसके चलते कई जानकर मान रहे हैं कि फेडरल बैंक (अमेरिका का केंद्रीय बैंक) ब्याज दरों में बड़ी बढ़ोतरी कर सकता है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रटेजिस्ट वी के विजयकुमार का कहना है कि बाजार में गिरावट के कुछ संकेत देखने को मिले हैं। वैश्विक तौर पर फेड की ओर से ब्याज दर का बढ़ाना इस समय सबसे बड़ी चिंता है। अगर अमेरिका में ब्याज दर तेजी से बढ़ती है, तो अर्थव्यवस्था के मंदी में जाने का खतरा बढ़ जाएगा।
रुपये में गिरावट
डॉलर के मुकाबले रुपया शुक्रवार को 11 पैसे की गिरावट के साथ 72.82 के स्तर पर खुला। शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपये ने 79.79 के स्तर को छुआ। गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 19 पैसे गिरकर 79.91 पर बंद हुआ था।