चंदौली। बिहार से सटे ब्लाक क्षेत्रों से जिला पंचायत सदस्य पद से चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों द्वारा खेती खलिहानी को अपना मुख्य मुद्दा बनाया जा रहा है। बताया जाता हैकि जनपदके बरहनी धानापुर शहाबगंज चकिया व नौगढ़ ब्लाक के कई गांव बिहार सीमा के नजदीक हैं। ब्लाक क्षेत्र के अस्सी प्रतिशत से अधिक लोगों के जिविकोपार्जन का मुख्य साधन खेती व खलिहानी है। यहांं के किसानों को सिंचाई के पानी खाद बीज तथा उत्पादित खाद्यानों के सरकारी दर पर बेचने सहित बिजली सड़क आदि की समस्याओं से हमेशा दो चार होना पड़ता है। ऐसे जिला पंचायत सदस्य पद से चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों द्वारा क्षेत्र के बहुसंख्यक लोगों की किसानी की समस्याओं को मुख्य मुद्दा बनाकर चुनावी किला फतह करने की योजना बनायी गयी है। किसानों के समस्याओं के निराकरण को चुनावी मुद्दा बनाने में बसपा प्रत्याशी फिलहाल सबसे आगे दिखाई पड़ रहे है। बरहनी ब्लाक के सेक्टर नं३ से जिला पंचायत सदस्य पद से बसपा की अधिकृत प्रत्याशी उषा देवी पत्नी रामभोग मौर्य किसानों की समस्या के निराकरण के साथ बहन सुश्रीमायावती के आदर्शों के अनुसार दलित पिछड़े सर्व समाज सहित असहायों के विकास के लिए काम करने की बात कही जा रही है। बरहनी ब्लाक के ही सेक्टर नं १ से बसपा प्रत्याशी सविता राय पत्नी प्रदीप राय उर्फ बबलू ने भी प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री बहन मायावती के नितियों व सिद्धांतों के अनुसार सर्व समाज की सेवा करने की बात कही जा रही है। इसी तरह ब्लाक क्षेत्र के सेक्टर नं १ व सेक्टर नं ३ के भाजपा सपा सहित निर्दल प्रत्याशियों द्वारा भी किसानों के विकास की बात कही जा रही है।