चंदौली। माननीय जनपद न्यायाधीश चंदौली श्री सुनील कुमार चतुर्थ के द्वारा जिला कारागार वाराणसी में निरुद्ध चन्दौली के बंदियों के रखरखाव व कानूनी सहायता हेतु निरीक्षण किया गया। उक्त निरीक्षण में जनपद के जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे, पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल, अपर जनपद न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण चंदौली श्री ज्ञान प्रकाश शुक्ल, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट चंदौली श्री दीपक मिश्रा, जेल अधीक्षक अरुण कुमार सक्सेना, अपर जेल अधीक्षक एके सिन्हा व जयशंकर सिंह की उपस्थिति में किया गया। उपरोक्त निरीक्षण में माननीय जनपद न्यायाधीश महोदय द्वारा सिद्ध दोष बंदी जो अपनी सजा के 40 प्रतिशत सजा काट चुके हैं उनसे मिलकर और उन्हें जल्दी ही रिहा कराने का आश्वासन दिया। जेल अधीक्षक को निर्देश दिए कि ऐसे सिद्ध दोष बंदी जो अपनी सजा 40 प्रतिशत काट चुके हैं। उनकी सूची न्यायालय में प्रस्तुत करें जिससे माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेश का अनुपालन कराया जा सके। इसी क्रम में श्रीमान सचिव महोदय द्वारा भी विचाराधीन बंदियों को कानूनी सहायता एवं असमर्थ बंदीगण को नि:शुल्क अधिवक्ता दिए जाने के बारे में जानकारी दी गई और जेल अधीक्षक को निर्देशित किया गया कि जिन बंदियों के अपने मुकदमे को देखने हेतु अधिवक्ता नहीं है उनको नि:शुल्क अधिवक्ता उपलब्ध कराए जाने हेतु सूचना यथाशीघ्र कार्यालय जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में प्रस्तुत की जाए। इसी क्रम में श्रीमान मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री दीपक मिश्रा ने भी बंदियों को जुर्म कबूल करने के लिए समझाया और कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ प्राप्त करें। निरीक्षण के दौरान माननीय जनपद न्यायाधीश महोदय द्वारा जेल में बंदियों के रखरखाव पाकशाला, चिकित्सालय एवं साफ.सफाई का भी निरीक्षण किया गया जो सन्तोष जनक पाया गया। गौरतलब है कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा समय-समय पर कारागार में बंदियों के सुविधाओं व उन्हे कानूनी सलाह उपलब्ध कराने के लिए निरंतर कार्य कर रहा है। साथ ही जनपद में विभिन्न स्थलों पर कैम्प व शिविर लगाकर लोगों को विधिक जानकारी के लिए जागरुक किया जाता है कि जिससे की लोग अपने विधिक जानकारी हो सके।