चकिया। स्थानीय विकास खंड के नेवाजगंज पूर्वी पंप कैनाल नहर से मुजफ्फरपुर, आराजी, करौदा, रामपुर, खोचेमे, नई बस्ती सहित आसपास के गांव की सिंचाई नहर के माध्यम से की जाती है। पंप कैनाल के जर्जर नहर को लेकर किसान काफी परेशान है। धान की नर्सरी डालने के लिए पानी की उपलब्धता नहीं हो रही है। पंप कैनाल का नहर जगह जगह ध्वस्त हो जाने से पानी किसानों के खेतों तक नहीं पहुंच पा रहा है। जिससे किसान संकट में पड़े हैं। किसान स्वयं कड़ी मशक्कत करके किसी तरह आपस में मिलजुल कर ध्वस्त हुई नहर को मरम्मत करके बनाते हैं। कुछ दिन चलने के पश्चात फिर स्थिति ज्यों की त्यों हो जाती है। नहर जगह जगह ध्वस्त होकर बैठ जाती है। जिसकी सूचना किसानों ने कई बार जेई से मोबाइल के जरिए अवगत कराया फिर भी नहरों की मरम्मत नहीं हुई। नहरों की मरम्मत के लिए किसानों ने कई बार उपजिलाधिकारी और जिलाधिकारी को पत्रक दे चुके हैंए लेकिन समस्या ज्यों कि त्यों बनी हुई हैं। किसानो में दिनेश पांडेए वीरेंद्र पांडेए क्षमा शंकर मिश्रा श्याम नारायण पांडेय, अमित मिश्रा, प्रेमदास विश्वकर्मा, मेवासाव, राजेश मौर्य, दिलीप मौर्य, राजू मौर्या, शंभू मौर्या, जवाहिर साहनी सहित अन्य किसान मौजूद रहे।