पटना

चहुंमुखी विकास में कृषि अभियंताओं की बड़ी भूमिका


भारतीय कृषि अभियंता संस्थान के 35वें अधिवेशन में जुटे अभियंता

(आज समाचार सेवा)

पटना। कृषि के चहुमुखी विकास और किसानों की खुशहाली समृद्धि में अभियंताओं की बड़ी भूमिका है। ये बातें आज डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने कहीं। वे भारतीय कृषि अभियंता संस्थान के ५५वें वार्षिक अधिवेशन में उद्घाटन भाषण कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कृषि पर देश की अर्थव्यवस्था आधारित है। किसान हमारे अन्नदाता हैं, उनके लिए सरकार ने कई योजनाएं बनायी हैं।

नीतीश सरकार के नेतृत्व में कृषि रोड मैप के माध्यम से किसानों की आमदनी बढ़ाने, फसल उत्पादकता में वृद्धि के लिए सकारात्मक कदम उठाये हैं। २००८ में पहला कृषि रोड मैप तैयार किया गया। २०११ में दूसरा कृषि रोड मैप तैयार करने के लिए कैबिनेट का गठन किया गया, इसमें एक-दो नहीं, १८ विभाग सम्मिलित किये गये। २०१२ में बिहार को चावल, २०१३ में गेहूं और २०१६ में मक्का उत्पादन में उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए कृषि कर्मण पुरस्कार मिले।

जैविक खेती के प्रोत्साहन के लिए केन्द्र और बिहार सरकार प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। किसानों को कृषि कल्याण की कई योजनाओं का लाभ मिला है। फसल की बेहतर कीमत दिलाने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया। पूर्वी क्षेत्र के राज्यों में १० हजार नये फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन बनाये जा रहे हैं। कृषि उत्पादन संगठन की मजबूती के लिए सरकार १५ लाख तक दे रही है।

कृषि मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि कृषि उत्पादन बढ़ाने में कृषि यांत्रिकीकरण में अभियंताओं की बड़ी भूमिका है। अधिवेशन में कृषि सचिव डा. एन. श्रवण, राजेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डा. आरसीपी श्रीवास्तव, कुलपति डा. डीसी जोशी, एग्रीकल्चर इंजीनियर्स के प्रेसिडेंट डा. इंद्रमणि, डा. मनोज खन्ना, डा. इंद्रजीत चौबे और अमरिश कुमार सहित कई कृषि वैज्ञानिकों ने भी सम्बोधित किया।