- हाल में डोमिनिका में अवैध रूप से प्रवेश करने के आरोपों का सामना कर रहे भारतीय भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के वकील का दावा है कि उनको एंटीगुआ और बारबुडा से डोमिनिका में ‘गैरकानूनी’ रूप से ले जाया गया। इसकी वजह ये थी कि मेहुल चौकसी के पास यूके प्रिवी परिषद में अपील करने का विकल्प न हो। चोकसी का प्रतिनिधित्व करने वाली कानूनी टीम का हिस्सा रहने वाले माइकल पोलक ने एक सम्मेलन में बताया कि उनकी टीम ने इस आधार पर यूके की मेट्रोपॉलिटन पुलिस की युद्ध अपराध इकाई के पास इस मामले की शिकायत भी दर्ज की है कि चोकसी को प्रताड़ित किया गया।
चोकसी के मामले को ‘कानून के शासन और बुनियादी अधिकारों का घोर उल्लंघन’ बताते हुए, पोलक ने कहा, चोकसी के साथ जो हुआ है वह भयानक है। उसे एक संपत्ति का लालच देकर उसका अपहरण कर लिया गया। उसके सिर पर एक बैग रखा गया, उसकी पिटाई की गई और जबरन नाव पर चढ़ाकर अवैध रूप से दूसरे देश में भेज दिया गया। पोलक ने कहा, एंटीगुआ में लोगों का अधिकार है कि वो लंदन में प्रिवी काउंसिल में अपील कर सकते हैं। लेकिन डोमिनिका में उसके पास ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है। हालांकि, अभी तक अपहरण के पीछे का मकसद स्पष्ट नहीं हो सका है।
उन्होंने आगे दावा किया कि उनके पास इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि अप्रैल 2021 में बारबरा जराबिका और घटना में शामिल अन्य लोगों ने चोकसी का ‘अपहरण या अपहरण के एक असफल प्रयास’ की कोशिश की थी। उन्होंने कहा कि चोकसी को वापस एंटीगुआ के पास लौटा दिया जाना चाहिए। अपहरण के प्रयास का विवरण देते हुए, पोलक ने कहा कि 23 मई को अपने अवास पर चोकसी को बुलाने वाली जबरिका ने अपने मकान मालिक ने पूछा था कि क्या उनके घर के पीछे बोट खड़ी करने की सुविधा है?