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जब नंदकिशोर यादव बोले- पकड़कर बैठाइएगा…, Tejashwi Yadav ने स्पीकर के छू लिए पैर


पटना। भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव (Nand Kishore Yadav) बृहस्पतिवार को सर्वसम्मति विधानसभा अध्यक्ष बनाए गए। उनके निर्नाचन के पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को सदन का नेता व तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को नेता प्रतिपक्ष का दर्जा दिए जाने की सूचना को सदन में पढ़ा।

 

दो दिन पहले किया था नामांकन

विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए दो दिन पहले नंदकिशोर यादव का नामांकन किया था। विधानसभा अध्यक्ष पद के निर्वाचन के लिए गुरुवार को उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी ने 15 प्रस्तावकों की सूचना को सदन में पढ़ा।

इसके तहत प्रस्ताव देने वाले और उक्त प्रस्ताव को अनुमोदित करने वाले विधायकों का नाम पढ़ा गया। प्रस्ताव देने वालोे में विजय कुमार चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, जनक सिंह, रामप्रीत पासवान, विनोद नारायण झा, कृष्ण कुमार ऋषि, प्रमोद कुमार, संजय सरावगी, श्यामबाबू प्रसाद यादव, अनिल कुमार, सुनील मणि तिवारी, संजीव चौरसिया, सुमित कुमार सिंह, प्रफुल्ल कुमार मांझी व प्रेम कुमार शामिल थे।

इस प्रस्ताव के अनुमोदनकर्ता के रूप मे श्रवण कुमार, हरिभूषण ठाकुर बचौल, पवन कुमार जायसवाल, अशोक कुमार सिंह, राणा रंधीर, पवन कुमार यादव, राम सिंह, अरुण शंकर प्रसाद, जयप्रकाश यादव, प्रणव कुमार, कृष्णनंदन पासवान, ज्ञानेंद्र सिंह, रामसूरत कुमार, रामचंद्र प्रसाद व रामनारायण मंडल थे।

विधानसभा उपाध्यक्ष ने ऐसे पूरी कराई प्रक्रिया

विधानसभा उपाध्यक्ष ने इस प्रस्ताव के समर्थन में जो लोग हैं उन्हें हां कहने को कहा। इस पर संपूर्ण सत्ता पक्ष ने एक साथ हां कहा। वहीं जो इस प्रस्ताव के खिलाफ हैं उन्हें ना कहने का कहा।

विपक्ष से किसी ने भी ना नहीं कहा। इस पर उन्होंने नंदकिशोर यादव के सर्वसम्मति से विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने की घोषणा की।

आसन के निर्देश पर परंपरा के हिसाब से सदन के नेता के रूप में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव नंदकिशोर यादव अध्यक्ष के आसन पर पहुंचाया।

इसके बाद नंदकिशोर यादव ने विधिवत विधानसभा अध्यक्ष के पद को संभाला। पूरे सदन ने नंदकिशोर यादव को बधाई दी। भाजपा के लोगों ने जयश्री राम के नारे भी लगाए।

स्पीकर ने सबसे पहले सीएम को दिया बोलने का मौका

विधानसभा अध्यक्ष ने आसन से सबसे पहले सदन के नेता नीतीश कुमार को संबोधन का अवसर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं नए अध्यक्ष को बधाई देता हूं।

मुख्यमंत्री ने विपक्ष में आगे की बेंच पर बैठे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवधबिहारी चौधरी की ओर देखते हुए कहा कि इनका भी नमन करता हूं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को प्रसन्नता है। आप सभी की सहमति से विधानसभा अध्यक्ष बने हैंं। सभी की बात सुनिएगा। आपको यह अवसर मिला है इसलिए बहुत खुशी है।

तेजस्वी ने नंदकिशोर के पैर छुए, फिर आसन पर बिठाया

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने विधानसभा अध्यक्ष के पद पर सर्वसम्मति से चुने जाने पर नंदकिशोर यादव का सदन में चरण स्पर्श किया और हाथ पकड़कर अध्यक्ष की आसन तक ले गए।

इस दौरान आसन पर पहुंचने पर नंद किशाेर यादव ने सीएम और तेजस्वी से मुखातिब होते हुए कहा कि क्या पकड़कर बैठाइएगा? तीनों नेताओं के चेहरे पर इस वक्त मुस्कुराहट थी।

सीएम और तेजस्वी ने नंद किशोर यादव के हाथ पकड़कर उन्हें आसन पर बैठाया। बता दें कि यह परंपरा का हिस्सा है। नेता सदन और विपक्ष के नेता स्पीकर को इसी तरह आसन पर बैठाते हैं।

इसके बाद जब तेजस्वी के संबोधन की बारी आई तो उन्होंने आसन को यह भरोसा दिया कि सदन को चलाने में वह मदद करेंगे।

तेजस्वी ने कहा कि वह लालू प्रसाद यादव, अपने दल और बिहार के लोगों की तरफ से विधानसभा के नए अध्यक्ष को बधाई देते हैं। यह उम्मीद करते हैं कि विधानसभा अध्यक्ष निष्पक्ष होकर सदन को चलाएंगे।

बिहार का विपक्ष जनता के सवाल को उठाता रहेगा। सभी यह चाहेंगे कि बिहार का उत्थान हो। जमीन की जो बात है, उसे सदन के सामने लाएंंगे। अध्यक्ष पर पूरा भरोसा करिए, क्योंकि अब वह कोई पार्टी नहीं हैं।

इधर, सोशल मीडिया में एक और वीडियो सामने आया है कि इसमें लालू यादव अपने परिवार के साथ नंद किशोर यादव को विधानसभा अध्यक्ष बनने पर बधाई देने के लिए विधानसभा पहुंचे थे।

विधानसभा में नंद किशोर यादव के पैर छूते तेजस्वी यादव।