- जम्मू पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन पहले भारतीय रक्षा ठिकानों पर आत्मघाती हमला करते थे, लेकिन कुछ दिनों पहले जम्मू स्थित एयरफोर्स स्टेशन पर दो ब्लास्ट हुए। जिमसें नया पैटर्न दिखने को मिला, जहां पर आतंकियों ने खुद घुसने की बजाए ड्रोन से पेलोड गिराया। इस घटना के बाद से सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़े हुए हैं, क्योंकि ड्रोन से हमले का भारत में ये पहला मामला है। अब जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बी इस हमले को लेकर नया खुलासा किया है।
डीजीपी के मुताबिक जांच के दौरान पता चला कि ड्रोन हमले के बाद सीमा पार चले गए या फिर वो सीमा के पास ही कहीं हैं। इससे साफ होता है कि इस घटना में लश्कर-ए-तैयबा का हाथ था, क्योंकि उसने पहले भी ऐसी दर्जनों घटनाओं को अंजाम दिया है। जिसमें ड्रोन के जरिए हथियार और आईईडी गिराना शामिल है। डीजीपी ने आगे कहा कि एयरफोर्स स्टेशन पर हमले की रात ही एक आईईडी बरामद हुआ, जो पाकिस्तान से आया था। इसके साथ ही एक शख्स को गिरफ्तार किया गया, जिसके ऊपर उस आईईडी को प्लांट करने का जिम्मा था। ऐसे में इस तथ्य से इनकार नहीं किया जा सकता है कि लश्कर ग्रुप पाकिस्तान से ऑपरेट हो रहा है।