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- जिप भाग एक से आभा रानी व दो से सुशीला देवी रही विजयी
- मतगणना केन्द्र के बाहर समर्थकों की उमड़ी भारी भीड़
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जहानाबाद। जिले के रतनी फ़रीदपुर प्रखंड के तीसरे चरण के पंचायत चुनाव नतीजों के लिए रविवार को मतगणना सम्पन्न हो गई। मतगणना को लेकर स्थानीय एसएस कॉलेज में सुरक्षा के पुख्ते इंतजाम किए गए थे। डीएम हिमांशु कुमार राय एवं पुलिस अधीक्षक दीपक रंजन मतगणना केन्द्र पर घूम-घूम कर जायजा लेते दिखे। मतगणना केन्द्र के बाहर समर्थकों की भीड़ उमड़ पड़ी। जैस-जैसे चुनाव के नतीजे आते गए समर्थकों ने फ़ूल माला के साथ अपने-अपने विजयी प्रत्याशियों के पक्ष में जोर शोर से नारेबाजी करने लगे।
रतनी फ़रीदपुर प्रखंड के जिला परिषद भाग एक से निवर्तमान जिप अध्यक्ष आभा रानी पुनः चुनाव जीतने में सफ़ल रही। वह तकरीबन 5712 मतों से विजयी हुई। वहीं जिला परिषद भाग दो से सुशीला देवी विजयी घोषित की गई। वह लगभग 1510 वोट से विजयी रही। इसी तरह मुखिया पद के लिए लाखापुर पंचायत से देवन्ती देवी 53 वोट से विजयी घोषित की गई।
इसी तरह झुनाठी पंचायत से श्याम सुंदरी देवी 104 वोट, सोहरैया पंचायत उमेश यादव, नेहालपुर रामाशंकर उर्फ धीरज 49 वोट, कसमा पंचायत से मधु देवी 626 वोट से, नोआवां पंचायत से तारा कुमारी 742 वोट से, कंसुआ पंचायत से मो इश्तेयाक अहमद, सेसम्बा पंचायत से रश्मि देवी 1059 वोट से, उचिटा पंचायत से सीता देवी, रतनी पंचायत से गिन्नी देवी, पंडौल से धनराज देवी, सिकंदरपुर पंचायत से सुबेलाल कुमार, मुरहारा पंचायत से अनिता देवी एवं नारायणपुर पंचायत से नवीन कुमार विजयी घोषित किए गए।
इधर तीन प्रखंडों के चुनाव परिणाम आने पर आगामी चरण के उम्मीदवारों की बेचौनी बढ़ गई है। दरअसल जिले में तीन चरणों के चुनाव परिणाम में पैंतीस पंचायतों के मुखियों में से चौंतीस की वोटरों ने छुट्टी कर दी है। गौरलतब हो कि काको प्रखंड में प्रथम चरण के चुनाव में सभी चौदह मुखियों को हार का मुंह देखना पड़ा था जबकि काको में भी सात में छह पंचायतों में नए मुखियों को मौका मिला है। इसी प्रकार रतनी में भी चौहद पंचायतों के पुराने मुखियों का वोटरों ने सूपड़ा साफ़ कर दिया है।
इसके अलावा जिला परिषद के छह सीटों के आए परिणाम में चार नए चेहरे जीत कर आए हैं जबकि दो ने ही फि़र से वापसी करने में कामयाबी हासिल की है। काको भाग एक में आदित्य मिस्त्री तो रतनी में आभा रानी फिर से जीतने में कामयाब रहे हैं। इसी प्रकार पंचायत समिति सदस्य के भी अधिकांश सीटों पर पुराने की हार हो रही है। इस प्रकार जिले में तीन चरण के संपन्न चुनाव व उसके परिणाम में वोटरों का मैसेज क्लियर दिख रहा है। इस तरह के परिणाम से आगामी चुनाव का इंतजार कर रहे पुराने मुखियों की बेचौनी बढ़ रही है।