नई दिल्ली। देश में कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण अभियान का दूसरा चरण शुरू हो गया है। सोमवार से शुरू हुए इस फेज में 50 लाख से अधिक लोगों ने कोविड-19 वैक्सीन के लिए रजिस्टर किया है। टीकाकरण केंद्रों पर लोगों की भारी भीड़ देखी जा रही है। ऐसे में केंद्र सरकार ने एक बड़ा ऐलान किया है। दरअसल, केंद्र सरकार ने निर्देश दिया है कि राज्यों के सभी निजी अस्पतालों का भी टीकाकरण के लिए उपयोग किया जाए।
राज्य सरकारों से परामर्शन के बाद लिया जाए फैसला
मंगलवार को केंद्र द्वारा जारी निर्देश में टीकाकरण के लिए उन निजी अस्पतालों को भी शामिल करने की बात कही गई है, जो सरकारी स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के अंतर्गत नहीं आते हैं। केंद्र सरकार ने कहा है कि सभी निजी अस्पताल राज्य सरकारों से विचार-विमर्श करने के बाद अपने टीकाकरण सत्र में विस्तार कर सकते है। इसके साथ ही निजी अस्पतालों में यह भी अनिवार्यता नहीं कि टीकाकरण का सत्र शाम 5 बजे तक ही सीमित हो।
टीकाकरण स्लॉट में भी बढ़़ोतरी के निर्देश
केंद्र सरकार ने इसके अलावा राज्यों और अस्पतालों को यह भी निर्देशित किया है कि वे ‘टीकाकरण स्लॉट को 15 दिनों से एक महीने तक के लिए खोलें’। दरअसल, अभी तक को-विन पोर्टल पर आवेदन करने वाले लाभार्थी केवल एक सप्ताह के लिए ही स्लॉट प्राप्त कर पा रहे हैं।
दूसरे चरण में निजी अस्पतालों की एंट्री
सोमवार से शुरू हुए टीकाकरण अभियान के दूसरे चरण के पहले दो दिनों में लगभग 10,000 निजी अस्पताल (जो आयुष्मान भारत के तहत केंद्र सरकार की सूची में हैं), 600 CGHS अस्पताल और राज्य स्वास्थ्य बीमा प्राप्त अस्पतालोंं को टीकाकरण केंद्रों के रूप में नामित किया गया था। इस फेज में 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और 45 वर्ष से अधिक आयु के लोग जिन्हें किसी तरह की बीमारी है, उनको कोविड वैक्सीन की डोज दी जाएगी। हालांकि, बढ़ती संख्या को देखकर केंद्र ने अस्पतालों की संख्या बढ़ाने का फैसला किया है।