इस्लामाबाद, । तोशखाना के उपहारों को बेचने के आरोपों के बीच पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सोमवार को सफाई दी। उन्होंने कहा कि वे उपहार उनके थे। ऐसे में यह उनकी मर्जी है कि चाहे उपहारों को रखें अथवा बेच दें।
अगर किसी के पास भ्रष्टाचार का कोई साक्ष्य है, तो वो आए आगे: इमरान
जियो न्यूज पाकिस्तान से अनौपचारिक बातचीत में इमरान ने कहा, ‘मेरा तोहफा, मेरी मर्जी।’ उन्होंने तोशखाना (सरकारी भंडार) के उपहारों को बेचने के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा, ‘हमने वहां से जो कुछ भी लिया, वह रिकार्ड में दर्ज है। अगर किसी के पास भ्रष्टाचार का कोई साक्ष्य है, तो उसे आगे आना चाहिए।’ इमरान के हवाले से एआरवाई ने अपनी रिपोर्ट में कहा, ‘तीन साल के मेरे कार्यकाल के दौरान वे लोग (विपक्षी) मुझ पर सिर्फ तोशखाना उपहार घोटाले का आरोप लगा सके। वह भी रिकार्ड में दर्ज है।’ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) पार्टी के मुखिया ने कहा, ‘अगर मैं पैसे कमाना चाहता, तो अपने घर को कैंप कार्यालय घोषित कर देता, लेकिन ऐसा नहीं किया।’