- शिमला (Shimla) में नेशनल एकेडमी ऑफ ऑडिट एंड अकाउंट्स में बोलते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) ने कहा कि नेशनल एकेडमी ऑफ ऑडिट एंड अकाउंट्स (National Academy of Audit and Accounts) द्वारा ट्रेन्ड अधिकारियों ने CAG इंस्टीट्यूट को मजबूत किया है, उनमें से कई ने देश की सेवा की है. राष्ट्रपति ने कहा, ‘मुझे जानकारी मिली है कि भारत का सुप्रीम ऑडिट इंस्टीट्यूशन CAG को संयुक्त राष्ट्र जैसे विभिन्न महत्वपूर्ण बहुपक्षीय निकायों की ऑडिट रिस्पांसिबिलिटी के लिए चुना गया है.
शिमला में नेशनल एकेडमी ऑफ ऑडिट एंड अकाउंट्स में 2018-2019 बैच के भारतीय लेखा परीक्षा और लेखा सेवा के ट्रेनी अधिकारियों के समापन समारोह में बोलते हुए राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, ‘मुझे बताया गया है कि आप सभी को इन उपकरणों में कुशल तरीके से ट्रेन्ड किया गया है. आपको अपनी ट्रेनिंग का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाना चाहिए. हमें विकसित हो रही टेक्नोलॉजी के साथ तालमेल बिठाना होगा.’ कोविंद ने कहा, ‘संविधान सभा की बहस के दौरान डॉ अंबेडकर का विचार था कि सीएजी (Comptroller and Auditor General of India) शायद भारत के संविधान में सबसे महत्वपूर्ण अधिकारी है. उन्होंने प्रभावी निरीक्षण के लिए सीएजी की स्वतंत्रता के लिए व्यापक रूप से तर्क दिया था.’
राष्ट्रपति ने कहा, ‘हम अपने बच्चों और पोते-पोतियों के ऋणी हैं. दुर्लभ संसाधनों का सर्वोत्तम इस्तेमाल किया जाता है और तो और गरीबों और जरूरतमंदों के कल्याण के लिए सबसे प्रभावी ढंग से उपयोग किया जाता है. इसमें सीएजी की बहुत अहम भूमिका है.’ कोविंद ने कहा, ‘लेखापरीक्षा कार्य प्रणाली की गहरी समझ प्राप्त करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करते हैं और आपको सुधारों का सुझाव देने की एक अच्छी स्थिति में रखते हैं. सीएजी जैसी संस्था द्वारा दी गई सलाह को सरकार गंभीरता से लेगी.’